Papa ke saamne sabji wale bhaiya ne mujhse phle calculate kar liya
( Ab Ghar me Darr ka mahol )-
एक महिला कभी मस्जिद की मौलाना नहीं बन सकती,
एक महिला कभी भी मंदिर की मुख्य पुजारी नहीं बन सकती,
एक महिला कभी चर्च की पादरी नहीं बन सकती,
और ना हीं कभी कोई धर्म गुरु या धर्म इसकी अनुमति
देता है,
लेकिन एक महिला सांसद, सपीकर, कलेक्टर, मंत्री, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, राष्ट्रपति सब कुछ
बन सकती है |
सभी अधिकार जो धर्म ना दे सका, संबिधान के भीतर
परम पावन बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर ने महिलाओं
को दिया |
सत सत नमन ऐसे महपुरुष को |
Remembering B. R. Ambedkar
©अज्ञात-
मेरी जिंदगी खुशी और गम के उस दौर से गुजर रही है
लेकिन उसका आखिरी स्थान कब्रिस्तान ही है......!!-
जीते-जी माँ-बाप को दर्शनीय स्थल
नही ले जाते है।
और मरने के बाद अस्थियों को गंगा मे
बहा आते है।-
इसलिये ही बहुत ज्यादा विवश हूँ।
तुम उत्तर प्रदेश हो,मैं छत्तीसगढ़ हूँ।-
अपने हुनर पे कभी गरूर मत करना.
क्यूँकि जो दे सकता है वो ले भी सकता है.-
Zindagi me nahi hai wo mere
Lekin dil ♥️ me hai
Or hamesha rhega....!!-