कुछ को महीने लगे भुलाने में
और कुछ सालो में भूल पाते है
हमारी याददाश्त थोड़ी मजबूत है
शायद हमें पूरी उम्र लग जायेगी उन्हें भुलाने में ...........-
30 OCT 2019 AT 15:23
22 APR 2020 AT 5:25
आज पुछा उनसे यूही
क्या भूल पाओगे हमे
तो जनाब कहते है
कि याददाश्त बडी कमजोर है हमारी-
8 AUG 2018 AT 14:49
आज जो नज़रे मिली उनसे,
तो फिर वो बात ना हुई.....!
लगता हैं गुनाह मेरे लफ़्ज़ों ने किए,
सज़ा मेरे आँखो को मिली....!-
29 JAN 2020 AT 18:30
मेरी याददाश्त कमज़ोर बहोत हैं,
मगर इतनी क्यूँ नहीं की हादसे भी भुल जाऊँ।-
8 AUG 2018 AT 14:00
Aaj jo Najar mili usse...
... To woh Baat nhi hui
..... Lagta hai mere kiye gunaaho ne..
....... Uski yaddasht bhula di ...-
19 AUG 2019 AT 10:09
Garibi aj mujhpe hai, tho
kl tujhpe bhi aayegi,
Ye zindgi hai yara,
tujhe bhi jrurr nachayegi!-
24 JUL 2020 AT 16:09
"याददाश्त" का कमजोर होना इतनी भी बुरी बात नहीं... क्योंकि
बेचैन रहते हैं, वो लोग जिन्हें हर बात याद रहती है...!!!-
5 JUL 2019 AT 20:03
Na jaane ku laga ki bolenge jarur ek baar......
Par sapna tut te derr nhi lagti to ye sapna bhi tut gya.......-