Ye timtima rahe hain jo tare sare,
Ye kya jane kitne gardish main hai sitare hamare!-
लिख लेती हूं, इन्ही बहानों से।
कुछ दायरे होते हैं, दायरों में रहा करो,
लेकिन, मोहब्बत वालो को कहां समझ आती हैं।
कुछ उसूल हैं, इस खोखले समाज की, उसूलों में रहा करो।
लेकिन, दिल को कहां ऐसी बातें समझ आती हैं।
कुछ तो डर के रहो तुम इन धर्म के ठेकेदारों से।
लेकिन, मोहब्बत में कब मज़हब बीच में आती हैं।
मोहब्बत में कब दुनिया और दुनियां वाले नज़र आते हैं।-
Me : I have a superpower.
Pov : What ?
Me : I can sense the negative energy.-
Wo khatam ab kissa hamse kya karenge,
Ham to mar chauke ab hamse Sikva kya karenge.
Bohut takleef thi unko mujhse, Ab ham hai nahi to batein kya karenge.-
दिल जल रहा है अश्क बह रहे हैं,
मुझे शिकायत अब हर किसी से हो रहे हैं।
यह जहां जैसे खाली हो गया है,
और बाकी उठना अब मेरा जनाज़ा रह गया है ।
तड़प रही है रूह मेरी अब,
इस जनाजे पर मिट्टी पड़ना बाकी रह गया है।-
तुम कोई फ़साना तो नहीं, जिसकी तामीर ख्वाबों में हो,
तुम तो हक़ीक़त हो, इसलिए तुम्हारा दीदार इन आंखों से हो!-
Kabhi kabhi wo apne hi hote hain,
Jo tumhe khus nahi dekh sakte!-
Insan jab haq bolna chor de to samjh jauo ki wo ab kathputali ban chuka hai!
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