Humans control
the growth of
every species,
except their own .-
बेरोजगारी के तानों से
दर्द नहीं होता साहब ,
दर्द तो तब होता है
जब खुद पर ही
भरोसा ना रहें ।-
"एक वक़्त के बाद न 'अभि' कमबख्त ये 'बेरोजगारी' लोगों की आदत बन जाती हैं।
फ़िर धीरे-धीरे वो 'इंसान' को आर्थिक, मानसिक व सामाजिक रूप से खा जाती हैं।"-
ये जम्हूरियत है,यहाँ अवाज़ बुलंद करने वाले अवाम ज़रूरी है,
हुकूमत को राह दिखाओ सब, हमारे हाथों में लगाम ज़रूरी है।
یہ جمہوریت ہے, یہاں آواز بلند کرنے والے عوام ضروری ہے..
حکومت کو راہ دکھاؤ سب, ہمارے ہاتھوں میں لگام ضروری ہے !!-
मसला ये नहीं के, कितनी ख़्वाहिशों पे ताले पड़ गए,
बल्कि मुद्दा ये है के, भूख की ज़बाँ पे छाले पड़ गए।
مسلہ یہ نہیں کہ, کتنی خواہشوں پہ تالے پڑ گئے..
بلکہ مدعا یہ ہے کے, بھوک کی زباں پہ چھالے پڑ گئے!-
कि कब मिलेगा रोजगार
अब तो मच्छर भी एक दूसरे से कहते हैं जनाब,
इसके पास जाएंगे तो पक्का मारे जाएंगे;
क्योंकि इसके पास मच्छर मारने के सिवा और कोई रोजगार ही नहीं है।।-
तीन बुलाएँ
तेरह आवैं,
निज-निज विपदा
रोइ सुनावैं,
आँखौ फूटै
भरा न पेट,
सखि साजन?
नहीं...
ग्रैजुएट-
हां मैं एक बेरोजगार हूं
बस खुद का ही रख पाता ख्याल हूं,
जाने कितनों का ताना सुनता हजार हूं,
बस सरकारी नौकरी का करता इंतेज़ार हूं,
झूठे वादों पर विश्वास करता लाचार हूं,
हां मै एक बेरोजगार हूं।
अपनों से दूर सबसे अनजान हूं,
रहता बेसुध पढ़ाई करता बेशुमार हूं,
घरवालों को हमेशा करता निराश हूं,
आंखें नीचे और न हीं निकलता घर के आस पास हूं,
हां मै एक बेरोजगार हूं।
हां मैं एक बेरोजगार हूं।-
घर की दीवार भी अब टूट कर मुँह चिढ़ा रही,
बेरोजगारी के जश्न में सबको शरीक होना था।-