Tum aana kabhi puri jindgi ka pal lekar,
Bahut lambi guftagu karni hai tumse.-
तिलिस्म ए हुस्न मेरा यार ख़ूब रखता है
ये दिल उसके क़दमों में जान रखता है।
-
ये नाज़ो-हया, ये शौख़ी, ये नफासत से झुकी हुई निगाहें,
यूँ ही माँग लेते दिल ए सितमगर, हम जान से तो न जाते।
-
इन मचलते हुए बादलों को करने दो अठखेलियां
बरसती हुई सारी बूंदों को हममें सराबोर होने दो।।
बंद कर दो हमदम अब इस खुली हुई छतरी को
शोख़ियों से भरे सावन को हमारी ओर होने दो।।
-
और हवा भी छू न सका
उस दिन मिज़ाज को उनके
इस शोखी से हवा भी टकरा के
रास्ता मोड़ लिया करते है-
उस शोखिए नज़र का नज़ारा कमाल था
यानी हर एक उस का इशारा कमाल था
जिस ने जला के रख दिया सेहराये खुश्क दिल
उस हिज्रे आतिशी का शरारह कमाल था
✍_____اویسی صاحب-
कोई सुलझा दे ये खयालों सी उलझी जुल्फें हम गिरफ्तार हुए जाते हैं
निगाहें मिली तो भले चंगे थे, झुकी पलको से बीमार हुए जाते हैं..-
गलती से ही सही एक बार गले तो लगा ले,
ये दिल अब भी तुझे अपना मानता है-
इन बिजलियों को रहने दे ऐ शोख़ी-ए-निगाह
शायद ख़बर नहीं है तुझे जल गया हूँ मैं
-
शोख़ी तुम्हारी देख इस दिल ने कुछ यूं कहा,
धोखों की क्या बिसात मैं तो अदाओं से चल बसा।
#talaash_e_zeest
insta @talaash_e_zeest-