इन गुमशुम और खामोश अँधेरों का,कोई खौफ नहीं रहा मुझको!
क्योंकि अब इन चमकते हुए उजालों का,शौक नहीं रहा मुझको!!-
Bade betaab the wo hmse mohabbat krne k liye.........jb humne bhi kar li to unhone apne shauk badal liye
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Uski baahon mein sone ka abi tak
shauk hai mujhko,
Mohabbat mein ujad kar bhi,
Dekho na meri aadat nahi badali...!-
कभी पूछना हमसे, बेहिचक हम भी अपने सारे शौक़ बताएंगे,
थोड़ा सख़्त हूं मिज़ाज से ,पर तुमसे दिल के राज बेख़ौफ़ बताएंगे;
न जाने क्यों, अब तेरी सारी बातें, अच्छी लगने लगी हैं मुझे,
गर यूं ही चलता रहा तो एक दिन, तेरे इश्क़ में खुद को मदहोश बाताएंगे ।
🖋️🖋️🖋️ Kumar Anurag
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Lagta hai ye mazhab se phire log hain
Tbhi to inhe aurat pr bejaaa hukmarani
Krne ka shauk hai-
अभी तक शौक ही पाले थे, थी नहीं कोई आदत मेरी...
न जाने तुझमें ऐसा क्या है, जो लग गयी मुझे लत तेरी...-
Mohabbat karne ka shauk aisa chadha .....
Ki mere sab khushiyo ko tabah kar diya...-
बहुत सीखे हैं हमने भी
कायदे जमाने से,
मगर एक शौक धोखेबाजी का
अब तक नहीं आया।-
नहीं है शौक-ए-तारीफ, सिर्फ जज़्बात लिखती हूं..,
जो होता है महसूस-ए-जिन्दगी वो ही तो अल्फाज़ लिखती हूं..!-