सफ़र-ए-मोहब्बत
बहुत कमाल का रहा हमारा
महबूब बनने निकले थे..,
बेवकूफ बनकर निकले हैं..!!-
ले दे के अपने पास फ़क़त एक नजर तो है,
क्यूँ देखें ज़िंदगी को किसी की नजर से हम।
सफ़र-ए-मोहब्बत
बहुत कमाल का रहा हमारा
महबूब बनने निकले थे..,
बेवकूफ बनकर निकले हैं..!!-
भूल जाते हो अक्सर तुम ये,
कहा था ना मैंने वक्त आने दो
बदल जाओगे तुम...!
🖤-
Oye इतनी जल्दी ना कर हमें मनाने की,
रूठने के बाद भी हम तुम्हारे ही हैं.!!
❤️❤️-
जुबान ना भी बोले तो मुश्किल नहीं
मुश्किल तो तब होती है जब
ख़ामोशी भी बोलना छोड़ दे...-
कितना चाहना पड़ता है एक शख्स को ??
कि वो किसी और को न चाहे ..!!
❤️💯-
मिलकर भी क्या करेंगे तुमसे
ख़ामोशी मेरी वहां भी बरकरार रहती है..
❤️😍-
इस "Promise Day"
खुद से एक Promise करो कि,
जहां कद्र ना हो वहां कभी मत जाओ..!!-
बस यही सोचकर,
ज्यादा शिकवा नहीं किया मैंने, कि
हर कोई अपनी जगह सही होता है!!
💯 ❤️-