Me aaj shapath leta hu
Ki
JAB tak hamare jawano ki maut ka badala nahi liya jata
Me
Is chunav me kisi bhi paksh ko vote nahi dunga-
*एक शपथ*
चलना है अनवरत हमेशा,
मुश्किलों में रुकना नही है।
एक शपथ ख़ुद से ले कि,
हार कर कभी झुकना नही है।।
परेशानियों की आदत है,
परेशान को और परेशान करना,
उदास आदमी को हैरान करना,
तू घबराना नहीं कभी,
इन मुसीबतों से दो दो हाथ करना,
कुछ भी हो जाए झुकना नही है।
एक शपथ ख़ुद से ले कि,
हार कर कभी झुकना नही है।।
आत्म विश्वास हो स्वयं में तो,
क्या कुछ नहीं हो सकता,
दृढ़ निश्चय कर ले कि करना ही हैं ये,
कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं हो सकता,
लड़,खड़ा हो फ़िर से मेहनत कर,
नकारात्मक परिणाम से हताश हो कर हारना नही है।
एक शपथ ख़ुद से ले कि,
हार कर कभी झुकना नही है।।
-
वादा किया है तुझसे !
फिक्र न कर ,
भरोसा रख अपने चुनाव से ,
न सोच के हार तू जाएगा ,
भविष्य की संभावनाएं आह्वान हैं दे रही ,
बेबसियों से न डर , खौफ न कर ,खौफ का ज़िक्र भी न कर ।
शिद्दत तेरी भी है, शिद्दत मेरी भी है ,
बाज़ी हमारी है , जीतेंगे हम भी ,
तू इत्र है , पवित्र है ,
विचित्र से विचित्र है ,
तू शंख की भी है ध्वनि , न खुद को कम तू आंकना ,
मेरा तू ध्वज , तू धैर्य है , ये कर शपथ तू झांकना ।।-
क्युकी अब मिलने का दिल नई करता ।
तुमसे क्या कहूं?
कुछ कहने को दिल नई करता।
सोचता हूं kabhi phir mulakat naa ho hi thik hein।
Kyuki milkar agar hum phir
Duki hote hein toh issay acha naa milna hi khuda ki manjuri samaj Lena।
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"जनता का शासन" प्रथा की प्रतिष्ठा का मां रखते हुए ये प्रण लेते है कि -
"जब जब लोकतंत्र का गला घुटेगा
तब तब आवाज़ बुलंद करेंगे...
मगर मर्यादित विरोध और कानून के दायरे में रहेंगे!"
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क्या भाग्य पाये उस जननी ने
जिसने तुझ लाल को जन्म दिया
तेरे जैसे बेटे को पाकर
उस माँ की ममता ने भी नमन किया ।-
Kshitij mein surkh hota aasman
Tumhein mere pyar ka sandesh pohchata
Ke mere laal hriday tumko hai humesha
se hi chaha...
Tumhein hai sapnon mein sajaya
Aur andazon se tumhara hai chitra banaya
Aur bas tumhare haath pakar kar umr
bhar ek sath rehne ka shapath liya...
Alhumdulillah 😇
Ameen 💞-
सत्य को कहने के लिए
किसी शपथ की जरुरत नहीं होती,
नदियों को बहने के लिए
किसी पथ की जरुरत नहीं होती,
जो बढ़ते है ज़माने में अपने मजबूत इरादों पर,
उन्हें अपनी मंजिल पाने के लिए
किसी रथ की जरुरत नहीं होती !!-
"तू ना थकेगा कभी,
तू ना रुकेगा कभी,
तू ना मुड़ेगा कभी,
कर शपथ,कर शपथ,कर शपथ
अग्निपथ, अग्निपथ, अग्निपथ"
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Tu kar shapath
Tu kar shapath,
Khuch kar dikha
Khuch kar dikha,
Tu ruk mat ruk mat ruk mat
Tufano ko chir kar,
Tu aage badh
Tu aage badh,
Kuch aisa kar dikha ke
ijjat bhi mange tujhse
Ijjat, ijjat, ijjat
Tu kar shapath
Tu kar shapath-