फिर मिश्रा को कुछ
इस कदर जलाया गया .....
उस महफिल में मेरे
आलावा बाकी सब को
मिश्राईन के हाथो चाय
पिलाया गया ....-
Police walo ko dekhkar log mask😷Toh aise laga lete hai
Jaise Sasur ko dekhne ke baad bahu Pallu Sir par daal leti hai😂😂😂-
कौन कहता है कि लड़कियां दिल की साफ नहीं होती
प्यार कर लेती है पर family के खिलाफ नहीं होती
लड़कियां इश्क करना अच्छे से जानती हैं
शादी के लिए तो घर वालों की ही मानती हैं
इसलिए जमाने की कुरीतियों को हटाओ
आशिकों लड़की को छोड़ो ससुर पटाओ
😂😂😂😂
सोच बदलो जमाना बदलेगा-
ससुर:-
मेरी बेटी का ख्याल रखना,
इसकी आँखों में आंसू ना आने पाए
दामाद:-
ठीक है प्याज मैं काट दूंगा पर
बर्तन इसे ही धोने होंगे ।
-
वो शहर तेरा,
वो गली तेरी,
उस गली में मकान तेरा....
जिस मकान में तुम रहते हो,
उस मकान का मालिक ससुर मेरा...-
लोग कहते है की,
सास-ससुर और माँ-बाप मे
कोई फर्क नही होता है
ये फर्क तो सिर्फ लड़कियां लाती है
👇👇Read in captain 👇👇-
पापा की कभी परी थी, आज ससुर जी की ज़री हूँ,
उनकी छाया में बड़ी हुई थी कभी, आज ससुर जी की कारीगरी हूँ।
शान में आपके क्या कहूँ और
कभी कली थी मैँ पीहर की, आज खिलती दुपहरी हूँ।
गुलमोहर की पौध थी मैँ, अंकुरित ही बस हुई थी,
जब शादी होकर आई थी तो ना अकल थी ना समझ थी।
घूंघट का तानाबाना मुझे कभी भी ना समझ आया था।
कैसा खाना किसको पसंद , सर के ऊपर से निकल जाता था।
पढाई की शौकीन थी, बस वही समझ आता था।
क्या कुकिंग क्या समाज क्या मंदिर ये सब ऊपर से निकल जाता था।
फिर भी आपने मुझ पर कभी कोई नियम कानून नहीं लगाया,
जैसी मेरी बेटी वैसे ही मेरी बहु कुछ ऐसी ही कोशिश में मैने आपको सर्वदा पाया।
ऐसे प्यार को पाकर मैं भाव विभोर धन्य हूँ,
और, आपके प्यार की खाद से , तूफान में भी अटल अविचल हूँ।
पापा की कभी परी थी, आज ससुर जी की ज़री हूँ,
उनकी छाया में बड़ी हुई थी कभी, आज ससुर जी की कारीगरी हूँ।-
मांगा नहीं है , बस इतना ही पूछ रहे है ,
रस्सी पे किसका है टांगा ,
जो कपडे सुख रहे है ,
धोती हो रोज़ किसकी धोती,
जो हर जगह फ़ेली हुई है ,
और ये कौन खड़े है छत पे,
जो हम पर ही मूत रहे है .-
ना तो मेरे को कार चाहिए
ना मेरे को महंगी बाइक चाहिए
मैं तुम से मुहब्बत करता हूँ
मुझे बस तेरे पापा का लाइक चाहिए।-
सेवा में,
My dear ससुर जी,क्या बवाल मचाये है,
ई बताइये कब तक आ रहे है रिश्ता लेकर,
जल्दी कीजिये.....वो क्या हैं न,
हमारे दोस्तो को बड़ी जल्दी पड़ी है-
बरात की....और हमे ब्याह की....
धन्यवाद!
आपका असली दामाद-
(नाम तो सुना नही होगा, तो ढूंढ के सुन लीजिए)-