ख़ूबसूरत ग़ज़ल जैसा है
तुम्हारा चाँद सा चेहरा....
निगाहें शेर पढ़ती हैं,
तो लब इरशाद करते हैं....-
Student bsc 3 year
Proud to be a part of University of allah... read more
अंश के ख्यालों में कोई रहता गुमनाम.... यानी कि तुम.
दुनिया में मशहूर मोहब्बत का नाम.... यानी कि तुम .
सागर किनारे एक शुनहरी शाम....यानी कि तुम
हजार तकलीफों का इकलौता आराम.... यानी कि तुम...-
तो क्या ये तय है कि अब उम्र भर नहीं मिलना,
तो फिर ये उम्र ही क्यूँ जब तुमसे नहीं मिलना,
जुदा तो जब भी हुए तो दिल को यूँ ही लगा,
अब जुदा हुए तो फिर कभी नहीं मिलना..!!
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पर्दा आँखों से हटाने में बहुत देर लगी
हमें दुनियाँ नज़र आने में बहुत देर लगी,
नज़र आता है जो, वैसा नहीं होता कोई शख़्स..
ख़ुद को ये बात बताने में बहुत देर लगी..!!-
हम बैठे है इंतजार में तुम मिलने तो आया करो
मैं समझूंगा हर बात जरा प्यार से समझाया करो ...
और हम ही क्यों करे इजहार हर बार हर दफा...
देखकर हमे कभी तुम भी तो मुस्कुराया करो ...-
काश ये दिवाली मिश्रा को कुछ इस कदर रास आए ♥️♥️♥️♥️♥️
मेरी सास आज रिश्ता लेकर मेरे घर आए ...
🙈🙈🙈🙈🙈😂😂-
क्यूँ आती हो तुम मेरे ख्वाबो में किसी ख़्वाब की तरह,
क्यूँ रहते हो मेरे जहन में सुबह शाम इस तरह,
क्या हर पल बस तेरी याद में इक याद सा ठहर जाऊ,
इश्क़ कबूल है तो कबूल कर, या वक़्त सा गुजर जाऊ!
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सदियों से जागी आँखों को एक बार सुलाने आ जाओ......
माना कि तुमको प्यार नहीं, नफ़रत ही जताने आ जाओ....
जिस मोड़ पे हमको छोड़ गए थे हम बैठे अब तक सोच रहे.....
क्या भूल हुई क्यों जुदा हुए, बस यह समझाने आ जाओ.....-
बेनूर सी आँखों का नूर हो तुम तो नायाब कोहिनूर हो तुम ...
सानी नहीं कोई भी तुम्हारा शांत नदी सी हो बहती धारा....
निश्छल प्रेम भय हृदय तुम्हारा. मीठी वाणी जैसे हो अमृत धारा....
इंसानों की बस्ती में तुम्हें अपना दूत बना ईश ने ज़मीं पर उतारा....
शुक्र रब का जितना करे है कम रूह-ज़मीं का तुम हो सितारा.....
हो मुबारक जश्न-ए-विलादत तुम्हें ख़ुशियों में शामिल रहे आलम सारा.....-