Ashish Panwar   (Ashish Panwar (साहेब))
2.4k Followers · 83 Following

read more
Joined 22 December 2017


read more
Joined 22 December 2017
10 MAY AT 23:25

तेरे इश्क़ में मैं इतना हद से आगे बढ़ जाऊं,
साहेब आखिर में बस तेरे साथ निकाह पढ़ पाऊं

-


9 MAY AT 10:27

क्यों तमाशा करूं मैं अपने हाल का यहां साहेब..
यहां पर लोग मरहम से ज्यादा हाथों में नमक लिए बैठे.

-


8 APR AT 22:19

आज की रात वो किसी गैर के घर पे काट आया है,
साहेब मेरे हिस्से का वक्त वो किसी ओर के साथ बांट आया है..

-


20 MAR AT 18:35

खुश कर तू साहेब अपने ख़ास अजीज को,
अब बेशुमार मोहब्बत दे तू मेरे रकीब को...

अधूरी मोहब्बत, अधूरी कहानी है मेरी
अब चाह कर भी बदल नहीं सकता मैं अपने नसीब को

-


18 MAR AT 11:57

इश्क मोहब्बत बेकार की बाते...
इसमें होती है बरबाद राते...

साहेब कौन अपना कौन पराया
जहां देखे फायदे वहां ही है ये रिश्ते नाते

-


13 MAR AT 11:20

जो तुम समझो तो पाकीज़ा है ये मोहब्बत मेरी,
हो जाऊं तेरे हद से करीब जो हो इजाज़त तेरी,
थाम के हाथ मेरा तुम साहेब मेरे बन जाओ
फिर सजदे में सर झुकाऊं साथ तेरे तो पूरी हो इबादत मेरी..

-


11 MAR AT 22:50

कोशिश करता रहा वो साहेब उम्र भर मुझे बदलने की...
अब बदल गया हूं तो कम्भख्त ताने देता है....

-


7 MAR AT 22:39

बना चुके हो तमाशा मेरी मोहब्बत का,
अब मेरी मौत का भी बना देना,
मर जाऊंगा एक दिन तेरी नज़र अंदाजी से
साहेब तुम इसका इल्ज़ाम उस खुदा पर लगा देना

-


6 MAR AT 21:59

कश्मे वादे,रिश्ते नाते मुझे सारे टूटे लगते हैं,
इश्क मोहब्बत की बातें करने वाले मुझे सारे शख्स झूठे लगते हैं,

निभाते नहीं कोई साथ यहां उम्र भर का साहेब
मुसीबत में भी यहां अपनों के हाथ अपनो से छूटे रहते हैं,

-


23 FEB AT 22:44

इश्क़ तुझ से ही जताऊं मैं तो गुस्सा किस को दिखाऊं मैं,
ख़ुशी तुझ पे लुटाऊ मैं तो दर्द अपना किस को बताऊं मैं,

-


Fetching Ashish Panwar Quotes