कि हम ये कहां कर सकते हैं
ये तो अमीरों के ही बस में है।
फिर कोशिश करते हैं,
और फिर अंत में हार मान जाते हैं।
और दे देते हैं किसी और को ऑपर्च्युनिटी
और वो आपसे अच्छा करके निकल लेता है।
बड़े इतनी ही है हममें हिम्मत।-
Bio available at #pnphalloffame with the name Harmonised ... read more
दुनिया को समझते समझते बहुत देर हो गई
बड़ा होते होते बहुत देर हो गई।
ईमान सच्चाई सदाचार सब हमारे बस में था
ये समझ आते आते बहुत देर हो गई।-
तुम अपनी कहानी के हीरो हो
और हीरो अगर संघर्ष ना करे
परिस्थितियों से ना लड़े
तो कहानी मेें मजा नहीं आएगा।
अगर जो हीरो हो तो लड़ते रहो
बढ़ते रहो, जीतते रहो।।-
आगे क्या होगा? सबसे पहले इस डर पर जीत पाना है।
फल की चिंता नहीं अब कर्म किए जाना है।
लोगों पर निर्भर होकर भविष्य की नींव नहीं रखी जाती "विनिष्क"
खुद की काबिलियत और मेहनत से घर बनाना है।।-
किसी ने कहा
कल किसने देखा! सो आज में खुश रहो।
सो मैंने, आज में खुश रह कर मेहनत भी छोड़ दी।
अब आलम है कि आज भी खराब हो गया और कल भी रूठ कर चला गया।
अब कह रहे हैं आज को सम्भालो।
मुझे अभी भी नहीं समझ आया कि आज की तैयारी भी क्यों करूं जब कल नहीं रहूंगी।
और कल में क्यों जिऊं जब समय कम है।
तो काम क्या और क्यों करूं आज के लिए या कल के लिए।
दोनों ही थ्योरी गलत हैं
लगता है आज पर कल की संभावनाएं टिकी हैं और आज अतीत का एक्सटेंशन है। आप ना पूरी तरह आज में जी सकते हैं और ना पूरी तरह कल में रह सकते हैं।-