जब मन किया इनबॉक्स में आकर लड़ जाती है।
ये लड़कियां है साहेब, मुहब्बत में बिगड़ जाती है....-
महफ़िल में तेरी
हम न रहें जो
ग़म तो नहीं है
ग़म तो नहीं है
क़िस्से हमारे नज़दीकियों के
कम तो नही... read more
हम लड़को का मुश्किल हँसना रोना कर देती है।
ये लड़कियां हैं साहेब, दिल देने से मना कर देती है....-
खुद से लड़ता रहता हूं जिस लड़की से लड़ाई में,
मैं कितना याद करूं की उसको याद आ जाऊं....-
ये कोरा कागज होती है
इन्हें पढ़ लेना आसान होता है।
ये लड़कियां है साहेब,
इन्हें समझना बहुत मुश्किल होता है....-
मुहब्बत के नाम पर
बस वक़्त काटती है लड़कियां,
साथ निभाने के लिए अक्सर
बेहतर तलाशती है लड़कियां ....-
अब तो मेरी
शादी होने वाली है,
अब तो मैं सबसे
मुहब्बत कर सकता हूं....-
इश्क़ से भी बुरी हालत
इश्क़ के बाद होती हैं।
जब किसी दूसरी लड़की से
पहली मुलाकात होती हैं....-
कितना बेचैन हूं मैं उस लड़की की वजह से,
दिल मे आराम था जिस लड़की की वजह से....-
जब मुहब्बत करने वाला एक दिन चला जायेगा,
एक🗂️फ़ोल्डर में सहेजकर प्यार रखा जाएगा....-
प्यार की बात पर भी प्यार से
डांटा करेंगे हम।
इन लड़कियों से तो अब दूर से
👋"TATA" करेंगे हम....-