सामर्थ्य, शक्ति के बिना खुद की क्षमता को पहचान नहीं मिलती,
बेबस, लचारों को तो, दो वक़्त भीख की रोटी भी, एहसान में नहीं मिलती;
इस बेरहम दुनिया में,खुद को थोड़ा सख़्त बनाना, बेहद ज़रूरी है यारों,
चाहे कीमत कितनी भी अदा करलो, जज़्बातों की दुकान में, सच्ची मुस्कान नहीं मिलती ।
🖋️🖋️🖋️ Kumar Anurag-
उनका लह्जा भी बहुत सख्त है
शायद ऐ नफरतों का ही वक्त है
जिस दिल में दिल कि जगह नहीं
ऐसा दिल भी तो एक बदबख्त है
-
बहुत हुआ....अब मुझे सख्त बनना है
फूल नहीं इक मजबूत दरख्त बनना है!-
Be-zubano ko marta hai janwaro ki trah
K insan, insaniyat abhi seekha nahi hai
Chand rupyo ka hua hai gumaan ise jo
K qismat ki talkhi abhi dekhi nahi hai
Geeli mitti ka hota toh smjh bhi jata
K sakht pathar me jaan ab baki nahi hai.....
Be-zubano ko marta hai janwaro ki trah
K insaan, insaniyat abhi seekha nahi hai-
'I love you '
She finally proposed him
Awww.........
What a co-incidence
I too love 'MYSELF '
the sakht launda replied !!-
दुनिया ये मुहब्बत को मुहब्बत नहीं देती,
इनाम तो बड़ी चीज है कीमत नहीं देती,
देने को मैं भी दे सकता हूँ गाली उसे,
मगर मेरी तहजीब मुझे इजाजत नहीं देती।-
हर मुसीबत में मैं खुद
से लड़ा हूं ||
ख्याल रखा सबका जैसे
मैं ही सबसे बड़ा हूं ||
सब को खुश रखने के लिए
हमेशा गिरा पड़ा हू ||
अब जिंदगी भी हो गई परेशान
क्योंकि मैं गिर के फिर से खड़ा हू ||
🅟🅡🅥🅝-
सख्त हाथों से भी
छुट जाती है
उँगलियाँ,,
रिश्ते ताक़त से नहीं
मोहब्बत से
थामें जाते हैं।।
#सुहेल_अंसारी❤️-
वो तभी याद करता है जब उसे वक़्त हो,
सख्त तो हो इंसान मगर इतना भी ना सख्त हो।-