वो एहसास
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भी कितना खास था,
न परवाह मुझे किसी बात की,
जब तू परवाह मेरी करता था,
हर दिन हर लम्हा मेरे करीब,
जब तू मेरे नसीब था।
@anjalihansra-
मेरी वो गलतियों का एहसास मुझे आज भी सताता है,
सोचता हूं ये सांसे छोड देनी चाहिए, लेकिन वो साला घड़ी का इंतज़ार आज भी जीना चाहता है।।-
वो एहसास, अलहदा
जो तुमसे जुड़ा है
पर तुमसे ही छुपाया
हर वक्त है-
तुम वो एहसास हो...
दिल में बसी तेरी सूरत, ख्वाबों के तुम हमराज हो,
मद्धम-मद्धम बहती हवा सी, दिलबर तुम वो एहसास हो!
कुछ अनकही सी बातें, दिल पर सजी लिबास हो,
मेरे रूह को छूने वाली हवा सी, संगदिल तुम वो एहसास हो!
सज़दे किये ख़ुदा के दर पर, मेरे प्यार का इजहार हो,
सुर्ख़ होंठों में लगी लाली सी, सजना तुम वो एहसास हो!-
जो कराता है तुम
हर पल जीने का आभास
वो ऐहसास जो दिए जाता है
मुश्किलों में भी जीने की आस
भाग्यशाली है वो, है जिसके पास
वह एक खास सा जीने का साहस।-
वो अहसास नहीं भूलता
जो पहली मुलाक़ात का था
चेहरे तो अजनबी थे मगर
रूहों की पहचान पुरानी थी-