And she was so beautiful that even
fictional characters felt less before her.
उसके उस गुलाब से नूर के आगे
मोगरा के गजरे भी फीके लगने लगते हैं।-
मुक़म्मल न सही वो दास्तान रहेगी,
रूह में कहीं उसकी पहचान रहेगी।
सूने पलों को तन्हा मत समझना,
गुलाबों की ख़ुशबू में वो जान रहेगी।-
तुम्हें दिल में रक्खा है किताबों में गुलाब की तरह
संग संग चलते हो बादल में महताब की तरह
तेरी यादों में रहती हूं तुम्हें भूलूं भी तो कैसे
तुम्हें सोचूं तो उठती है प्रीति की लहर जैसे
तुम सांसों में बसे हो सागर में सैलाब की तरह
आंखों से उड़ा नींदें तुम जाने कहां खोए
जिधर देखूं तुम्हें देखूं ये उलझन नहीं सुलझे
तुम आंखों में बसे हो सहरा में साराब की तरह-
उसके नाम को एक रंग से जोड़ लिया है
मैंने अब उसके पास जाना छोड़ दिया है
मुझे एक लाल गुलाब पसंद आया बस
मैंने बगीचे से वो एक फूल तोड़ लिया है-
I want to be loved again—
Like the love in a fairytale,
Where someone sweet
Treats me like a prince,
And every time,
Gets me convinced
With love given in silent hints.
Reads my mood
Without any attitude,
Gives me roses
Without any reason,
And makes love
In every season.
Secretly chooses
To touch my nose,
To pull me close.
With a little lust,
Builds the trust.
We live happily,
More comfortably.
I'm tired of guarding
The same old pain—
I just want
To be loved again.-
सुनो पुष्प "गुलाब" तुम इतने अच्छे क्यूँ हो ?
काँटो के बीच रहकर भी इतने जचते क्यूँ हो ?
तुम्हारी हँसी देख के मे भी हँस लेती हूँ
तुम्हे खिलता देख मैं भी खिल लेती हूँ
सुगंध तुम्हारी मेरा तन मन मोह लेती है
बिना इत्र के खुदको सुगंधित कर लेती हूँ
तुम पसंद हो मुझे इतना कि तुम्हे
प्रेम सिर्फ प्रेम बस प्रेम कर लेती हूँ।
-Bibhu Bibhu
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