हमारे समाज मे सीता को नासमझ
सबलोग आज दशहरा मना रहे हैं।
अंदर के रावण को छोड़
आज पुतले जला रहे हैं।
कुछ इस तरह समाज के अधर्मी
आज धर्म निभा रहे हैं।-
Read this beautiful poem...
❤️शीर्षक-प्यार की परिभाषा❤️
प्यार, प्यारे मौत है...
तो प्यार है जान भी...
प्यार है पूजा अगर...
तो प्यार है आज़ान भी...
Continued in caption...
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जिससे माँ.!मेरी खुश हो जाये, ऐसी भक्ति हो मेरी उसपर
दुःख - दर्द कभी न मिल पाये, ऐसी शक्ति हो तेरी मुझपर
पवन, निर्मल तन-मन से पूरे, हमे करना है माँ की साधना
बस एक आशीर्वाद का, माँ..! हाँथ रख दो सब के सरपर
नवरात्री की हार्दिक शुभकामनाएं🙏
Ayushi Shukla°°💓-
श्रीफल,
अक्षत,
हल्दी–कुमकुम,
प्रिय–पुष्प,
सुगंधित धूप,
एक आस का दिया!
और आँखों में,
गंगाजल लिए....
प्रतीक्षा कर रही हूँ,
अपने आराध्य की!
..
प्रियतम तुम कब आओगे?-
एक अंजान बन कर,
आये थे तुम ,
इस जिन्दगी में मेरी ,
फ़िर एक खुबसूरत-सी ,
आदत हो गये ,
फ़िर तुम मेरी पूजा,
मेरे खुदा हो गये ,
इक लम्हे में ही ,
सिमट गया सबकुछ ,
और पलभर में ही ,
हम जुदा हो गये..!!!😌
-
Happy birthday day.....Mas💕m..🎂
गुल खिले, मिलेंगे हर राह पर तुम्हें खुशी की इक चाह मिलेगी...!!
जब खुशियों में तुम मुस्कराओगे हर बार तुम खुद से ही मिलोगे...!!
हजारों ख्वाहिशें पूरी हो हर जहान में तुम्हें इक अलग पहचान मिलेगी...!!
यूँ तो सब सपनें सजाएं है तुमने आँखों में हर सपने को मुक्कमल लक्ष्य मिलेंगा..!!
महसूस होगी जब तुम्हें वो ख़ुशी जब तेरे ख़्वाब यहाँ हकीक़त में मुक्कमल मिलेंगे..!!-
रिश्ते होते बड़े नाजुक है
एक खरोच भी जख्म दे जाता है
जब भरोसा कांच की तरह टूट जाता है।
- Suma
रिश्ते तवज्जों के मोहताज़ होते है
ज़रा सी बेरुखी से ये बिखर जाते है।
- Madiha Raza
रिश्ते बड़े नाजुक होते है
बिखर जाते है, जब दर्मियां दरारें आ जाती है
जो ना दिखती है, ना कभी भरती है
बस दिल पर गहरे जख्म दे जाती है।
- Silent Eyes
रिश्ते टूटते नहीं है कुछ फासले आ जाते हैं दर्मियां,
और हम बिखर जाते हैं ग़लतफहमी को दूर किए बिना!
बिखरने के जगह समेटने की कोशिश एक बार करना,
यही होता है एक विकल्प किसी भी रिश्ते को बचाने का!
- ✍ Yasmeen Parveen-
एक अलग ही महक जिन्दगी में फैली
जब जिंदगी के नये मोड़ पर नयी सहेलियाँ मिली।-