जिन्दगी में जितनी ज्याद भीड़..।
उन में उतने ही कम लोग..!-
Har Har Mahadev ❤🙏
📚📖📚✏️
ना हीं अब किसी के पास वक्त हैं
ना ही कोई बात है !
ज़िंदगी के कुछ पल..
इसलिए भी उदास हैं।-
ऐ जो आंखों के मंज़र हैं
ना जाने कितने
आँखों में ही सूखें समंदर हैं..-
मैं
रातों में ख्वाब हूँ
अपने अनकहें सवालो का जवाब हूँ
जो समझ ना आऐ वो किताब हुँ
कुछ के लिए खास, कुछ के लिए बकवास हूँ
थोड़ी सी बरसात हूँ
अनजाना एहसास हूँ
खुद ही खुद की तलाश हूँ
खुद के लिए बहुत ख़ास हूँ-