Mai unse baat tou nahi kerta per unki batay lajawab karta houn....!!!
Peshay sai shayar houn, alfazun sai Dil ka ilaaj karta houn....!!!-
परिस्थिति के मोड़ पर, तू सोच को क्यों बढ़ाये,
जो तू मन को शांत करे, तो फिर क्यों घबराये-
Bohot khush thay hum muhabbat k izhar sai pehlay....!!!
Badi pur sukoon thi zindagi teray pyaar sai pehlay....!!!
Haar gayai baazi hum teray inkaar sai pehlay....!!!
Yai muhabbat ki rah hai zara sambhal ker chalna fasu....!!!
Yaha ranjou gam milengay Dil ko karaar sai pehlay....!!!-
वो छोरी भी कम ना रोवेगी जो तने छोड़ किसी ओर की होवेगी ,
जब - जब आइना देखेगी, तब तब अपने आख्या ते तने बहावेगी।-
कहू में क्या बाता ऐ सनम
तेरी मोहब्बत में ग़ज़लें कई लिखें।
तू रूस गाई तो क्या हुआ
अब मनाने में पन्ने भरने लगे।
-
Tu Chand Aur Mai Sitara Hota....!!!
Aasmaan Mai Ek Aashiyana Humara Hota....!!!
Log Tumhe Door Sai Dekhte....!!!
Nazdeeq Sai Dekhne Ka Haq Bas Hamara Hota....!!!-
तुम्हें ख़ुद से और हमारी मोहब्बत से दूर ...
उन पलों में बिताई यादें और किए उन वादों से दूर ...
तुम्हारी कमी पूरी कर सके ऐसा
ना कोई था और ना कोई होगा कभी ,
बस साथ चाहिए तुम्हारा ,
ना कोई जन्नत की हूर ..!!!!-
उसमें भी बसर करूं,एक उम्र ऐसी भी मिले...!
मैं भी उसको असर करूं, एक मोहब्बत ताउम्र ऐसी भी मिले...।।-
करके तेरी बातो को याद जब वो तेरी यादों में खोवेगा ;
वो छोरा भी घना रोवेगा जब वो अपना अतीत टोवेगा !!
तेरी रूह में समाने की हर मुकम्मल कोशिश करा करदा ;
उसकी आवाज़ में दर्द गवाह है, वो तेरे पे कितना मरा करदा !!
तने अपनी बनान चला था,उसे क्या मालूम की अपनो को भी खोवेगा ;
तू देखिए,
वो छोरा भी घना रोवेगा जब वो अपना अतीत टोवेगा !!
-
"कैसा हो हमसफर अपना"
मै हँसू तो
चेहरे पर खुशी उसके भी हो,
मै रोऊ तो
तो चेहरे पर मायूसी उसके भी हो।
मेरे बिन कहे सब कुछ समझ जाए,
कभी मै गलत रास्ता चुन लु,
तो मुझे सही मार्ग दिखलाए।
कदम कदम पर साथ निभाए,
वो रूठे तो मै मनाऊ, मै रूठु तो वो मनाए।
हर मुश्किल परिस्थिति मे दोनो साथ खड़े हो जाए,
मोहब्बत के साथ जीवन का हर लम्हा मेरे साथ बिताए।
और कुछ इस तरह अंत समय तक हंसते हंसते हम एक-दूसरे के प्रति अपना कर्तव्य निभाए।
-