बेनाम से रिश्ते की शुरुआत,
अनजान सी खुशियों का आगाज़ हो गया।
प्यार के रिश्ते अक्सर टूट जाए करते हैं ,
कारण जात , धर्म और समाज हो गया ।
दो दिल, खुशियां , परिवार और सुकून ,
इन सबसे ऊपर इनका रीति - रिवाज़ हो गया।
घोंट दिया गया दो मासूमों के जज़्बातों का बीच चौराहे पर,
आज फिर से पैदा एक गूंगा समाज हो गया।
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