स्वामी विवेकानन्द my idol
आप तो दिलों में बसते हैं
आप आज भी हमारे पास हैं
If you were alive today,
I only wish I could meet you.-
യുഗങ്ങളെത്ര കൊഴിഞ്ഞുവീണാലും
മറവി കവർന്നെടുക്കാത്ത ഏഴുദിനങ്ങൾ..
ദുഖവും സന്തോഷവും ഒരുപോലെ
പകുത്ത നാളുകൾ..
കൂട്ടുകാർ കൂടപ്പിറപ്പുകളായ
അപൂർവ്വ നിമിഷങ്ങൾ..
പങ്കുവെക്കലിന്റെയും ഒരുമയുടെയും
സ്വാദറിഞ്ഞ രാപകലുകൾ..
മനുഷ്യനെ മനുഷ്യനായി കാണാൻ
പഠിപ്പിച്ച മാഷും..
അവനിൽ നിന്നെക്കാണാൻ
പഠിപ്പിച്ച പാഠങ്ങളും..
കാത്തിരിപ്പിനൊടുവിൽ വന്നണഞ്ഞ
ക്രിസ്തുമസ് രാത്രിക്കുപോലും
അത്രയേറെ ഭംഗിതോന്നിയത്
അന്നാദ്യമായാണ്..
ഒടുവിലേഴാംനാൾ യാത്രപറയാൻ
തുടങ്ങവേ നിറഞ്ഞൊഴുകിയ മിഴികളും..
ഓർമ്മയിലെ വസന്തമായ്
പൂത്തുതളിർത്തു നിൽക്കുന്നുണ്ടിന്നും..-
जीवन शैली के परिवर्तन का नाम है एनएसएस,
व्यक्तित्व विकास का नाम है एनएसएस।
साझा करूं कुछ अपनी ही जुबानी,
याद आती है वो १० दिनों की कहानी।
जहां ज़माने से जीतना था,
सूर्य को हराना था,
प्रभात फेरी -"उठ जाग मुसाफिर" से शहर को जगाना था।
नाश्ते में पूरियों के लिए लड़ाई
और पानी वाली चाई की बुराई
ये तो रोज़ का काम था,
फिर भी साथ में मिलकर रहना, ये एनएसएस का देन था।
परेड का हो मैदान या हो श्रमदान,
पसीना तो दोनों में बहाना था,
व्हाइट टाइगर से राजपथ के मरकज बनने का सफर कहां इतना आसान था।
रातों की वो अधूरी नींद बौद्धिक सत्र में ही पूरी होनी थी,
परिवार से दूर रह कर भी परिवार कि कमी कहां महसूस होती थी।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के रंगमंच पर होते थे अनेकों परिधान,
यही तो है एकता का प्रतीक - हमारा देश भारत महान।
🇮🇳जय हिन्द।🇮🇳जय भारत।🇮🇳
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Second part💓
clg से उस गाँव तक का सफ़र तो बस में कुछ ऐसे ही गुजर गया मानो अब हम अपनी मन्जिल तक ही पहुच गये थे.
शुरूवात का पल यू कुछ खास न रहा वो दिन ही कुछ इस तरह से गुजर जो गया था
अगले दिन से आखिरी तक का सफ़र ही क्या गजब था यार,अरे वो भी क्या दिन था यार
यू सुबह ऐसे होना जैसे हमारी निन्द तो अभी पूरी ही न हुई है😴
योगा का पल भी कितना हसीन था यार,वो भी क्या दिन था यार
नहाना भी तो ऐसे जेसे घुसो तो सब साथ में और निकलो तो सब साथ में😆बीच में पानी खतम हो गया तो और क्या बात😂
खाओ भी तो ऐसे जैसे एक ही थाली में पूरा Group🤗
अरे खाने का पल भी कितना हसीन था यार वो भी क्या दिन था यार.
न पढा़ई की Tension न की घर की कोई फ़िक्र बस यू ही अपनी नयी Family में ही मस्त रहो
सबकी Bonding कुछ ऐसे बन गयी थी जैसे कि काश...हम हमेशा के लिये यही रुक जाये.
वो सारे पल ही कितने हसीन थे यार...
गये तो सब अन्जान बनकर थे पर लौटे एक दूसरे की जान बनकर💓
Best Moments Of My Life💓....Dimpy gavel
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3.धर्म,समाज,संस्कृति से होते हुए,
जो दर्शन तक ले जाते हैं।
श्री दयाशंकर पांडे जी हमें,
सत्य निष्ठा का पाठ पढ़ाते हैं।
कभी मन की बातें जान गए,
कभी एक नजर में गए पहचान
प्रोफेसर सत्येंद्र सिंह जी शिक्षक हैं,
जो विषय है मनोविज्ञान।
और बुद्धि,चेतना,समायोजन को,
सबके जीवन में उतारा है।
ऐसा एक श्री शंकर जी,
पी0जी0कॉलेज हमारा है।-
Ek sath bad chalo, muskilo se lad chalo
Jit ho jahan ki, kyu kisi ki har ho
Sabki apni ho jami Sabka aasman ho.
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𝐍𝐒𝐒 𝐕𝐨𝐥𝐮𝐧𝐭𝐞𝐞𝐫$😍
सुबह जल्दी उठते हैं,
थोड़ी कसरत भी करते है...
दिनभर मेहनत वे करते...
श्रमदान हो या विद्याज्ञान ,
पीछे वे नहीं हटते....
आव्हान हो या प्रेरणा,
Camp's में हिस्सा लेते हैं...
आपत्ति हो या विपत्ती
मिलकर सामना करते हैं...
Lead हो या Follow करना
बेहतरीन होती हैं इनकी भुमिका...
सभी में ये Best हैं,
बाकी सब waste हैं...
मस्ती की हस्ती हैं ये
अनुशासन के बंदी है वे...
क्योंकि..
ऐसे-वैसे कोई भी नहीं.....
वे NSS Volunteer$ हैं !-
जो प्राण स्वरूप रा.से.यो के ,गतिविधियों के संचालक है
सामज सेवी धारा के ,वे अग्रगण्य ध्वज वाहक हैं।।
है वेग अविरल धारा सा ,चमस्कृत समुन्नत भाल लिए
राजपथ पर चले थे जो ,सफेद बाघ सी चाल लिए।।
जिनकी आंखों के तेज़ से ,सब खौफ़जदा हो जाते हैं
पर एक मुस्कुराहट की चाहत में ,सब क्या से क्या कर जाते हैं।।
वे जय जगत का गान लिए, रा.से.या का अर्थ बताते हैं
गाँव ,चौपालों ,नुक्कड़ से राजपथ तक का सफर कराते हैं।।
वे ही है हमारे गुरुतुल्य , अनेको नेतृत्वकर्ता के शिल्पकार।
आपको शत शत वन्दन है श्री राहुल सिंह जी परिहार।।
(आदित्य मिश्रा)
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