अपनी जवानी को भी कब जवान रखते हैं?
ये जेब मे सिगरेट, तम्बाकू, पान रखते हैं।
ऐसे यारों की लंबी उम्र की दुआ क्या मांगें?
जो रगड़ कर हथेली पे जान रखते हैं।
खुराफाती नशेबाजी का सरकारी खेल क्या?
कहीं पर ठेके, कहीं दुकान रखते हैं।
कोई रोक क्यों नही लगती इस गंभीर बुराई पर?
बेचने वाले लुभावने ईनाम रखते हैं।
खुद जाके कभी अस्पतालों का हाल देखा है क्या?
इलाज को गिरवी घर का सामान रखते हैं।
तंबाकू छोड़ो खुशियों से नाता जोड़ो,
मैं भी छोड़ता हूँ आज से तुम भी छोड़ो।।
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