दिन-ब-दिन ख़ुद को खो रहा था बिन मंज़िल राह के ख्यालों में जन्मदिन मुबारक जब कही आज मेरे प्यारों ने ख़ुद को बदल लिया हूँ अब जवाब में अपने ही सवालों के....✍
नफ़रत बयां करती है मोहब्बत की गहराई💗 वक़्त ने अब जो लाई तेरे-मेरे दरमियां खाई तेरी खामोशी तोड़ती है मेरी बेहोशी छाई रहती है मदहोशी हरपल इस चाहत भरे सफ़र-ए-इश़्क में....✍
यादें संजोता है एक्स्ट्रा स्टोरेज छुपाता है उन लम्हों को जिसे मोबाइल करता है हर पल कवरेज कॉल रिकॉर्डिंग, स्क्रीन शॉट और न जाने कितनी सेक्रेट जिसे तन्हा पलों में खोला जाता है जब बेजुबां दिल रोता है....✍