Hum nadan thy,
Hume ishq hone ki Kiya qabar,
Srif tera muskurana,
Hum dil churana samj baite...-
वो नादान,चंचल और मग़रु़र है..
खबर नहीं उसको वो किस घमंड में चूर है ..
मल्टीमीडिया पर चंद लाइक्स मिलने से वो करीबी नहीं होते ...
वास्तविक जिन्दगी में वे लोग तुझसे मींलों दूर हैं
फिर वो क्यों ख़याली दुनिया के खातिर अपनों से दूर है
बिना वजूद की बातें उसको अच्छी लगती हैं...
खोख़ले निरर्थक सपनों वाली रातें उसे अच्छी लगती हैं.
Thats why
वो नादान,चंचल और मग़रु़र है
शायद इसी घमंड में वो चूर है....!
-
कितना हसीन था वो वक्त जब
हम नादान थे।
सारी दुनिया से होकर बेखबर
खुद में खुश थे।
उम्र के बढ़ने से शायद वो सुकून
कही खो गया ....
मुस्कुराहट दिल की खिलौनों के
मिलने से खिलते थे।
मां के जाने के बाद समझ आती
हैं वो सारी बाते..
उनके आंचल में महफूज़ रहकर
हम कितने खुशनसीब थे।-
पहले हंसती थी, खिलखिलाती थी
अब खामोश रहने लग गयी हूँ...
शायद अब मै बड़ी हो गयी हूँ!!
पहले रोती थी, चिल्लाती थी
अब अँधेरे में आँसू बहाने लग गयी हूँ..
शायद अब मैं बड़ी हो गयी हूँ!
बिन सोचे ना जाने क्या क्या बोलती थी
अब सब कुछ सोचने लग गयी हूँ..
शायद मैं अब बड़ी हो गयी हूँ!
ज़िम्मेदारियों से वास्ता ना था मेरा,
अब घर संभालने लग गयी हूँ..
शायद अब मैं बड़ी हो गयी हूँ!
पहले घर गांव मोहल्ला अच्छा लगता था,
अब वीरान जगहों से रिश्ता बनाने लग गयी हूँ..
शायद अब मैं बड़ी हो गयी हूँ!
पहले रहती थी बड़े होने की जल्दी,
अब नादान बचपना ढूंढने लगी गयी हूँ..
शायद अब मैं बड़ी हो गयी हूँ!-
Wo masum parindo mae asman chune ki khwahise...
Wo nadan si aakho m jahan dekhne ki khwahise...
Sab loot le jati h garibi apne saath ....-
दिल बताता ही नहीं क्या कमी है बस हमेशा उदास रहता है,
और इस दिल की बात ही क्या करे दिल तो नदान होता है..
आखिर ज़िन्दगी खुश रहे भी तो कैसे रहे,
खुश रहने का भी वजह भी तो होता है....💔-
मैं नादान चला था इन पथरिली राहों पर,
ठोकरे मिलती रही और में काबिल बनता गया !-
थोड़ी गुस्से वाली थोड़ी
नादान हो तुम😉
पर जैसी भी हो मेरी
जान हो तुम😘-
" मोहब्बत के मारों से उनका हाल पूछते हो
बड़े नादान हो दिलजलों से ये कैसा सवाल पूछते हो "-
Ishq karte bhi ho
aur barbadi se darte bhi ho..
Bade nadan ho sahab,
kaisi bat karte ho..-