तन्हाई में बैठ कर क्यूँ ना खुद से गुफ़्तगू की जाये.....
कितना समझ पाई हूँ दुनिया को आज ये पूछा जाये।
सवाल जितने भी है जहन में वो अक्सर यही चाहेंगे......
उन जवाबों को क्यूँ ना खुद में ढूंढ लिया जाये।-
UTTRAKHANDI GIRL 🌲🌹
🌹🌹यहां हर शख्स खुद में ही कमाल हैं, हर शायर का अपना ही अ... read more
ना वो चाहत रही ना वो वफ़ा रही,
ज़िन्दगी के रुख से अब मैं मैं ना रही।
टूटी ख्वाहिशों के मंजर से गुजर कर,
ना कोई आस रही ना वो बात रही।।-
मेरी चाहत जो अधूरी रह गयी.......
"माँ" तुम्हारी कमी जो रह गयी।
(Read caption)-
मुकम्मल जहां में अपनी चाहतों का जहां नहीं मिलता,
ख़्वाबों से हसीन हकीकत का वो मंजर नहीं मिलता।-
झूठे रिश्ते झूठे वादे किस पर ऐतबार करूँ,
सब्र का टूटा बांध अब किसका इंतजार करूँ।
फैसला किया खुद का मैंने अब ज़िन्दगी में,
लिखकर अपनी कहानी को क्यूँ ना पूरा करूँ।।-
खुद को भूलकर सिर्फ एक को चाहना,
और हमेशा उसका हो जाना ही प्रेम है।-
इंतजार के लम्हात दिल में भरी याद,
बड़ी तकलीफ देते है ये जज़्बात....-
तुम्हें पाकर भी एक ख्वाहिश रहेगी,
तुम्हारी ख़ुशी हमेशा तुम्हारी ही रहेगी।
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एक ख्वाहिश अधूरी रह गयी ज़िन्दगी में,
तुम चले गयी "माँ" मेरी कामियाबी से पहले।।-