आज खुश होने की कोशिश बहुत की लेकिन हो न सकी
मेंने तो तुम्हे भुला दीया फिर आँखे क्यों रो पड़ी
सच मे दर्द क्या होता है आज जाना
कोई तो रिश्ता था तेरा मेरा इसलिए तो चाहकर भी मुस्करा न सकी
दूर खुद से मैने ही किया, मैं ही थी बेवफ़ा
ये सारी बातें मे दिल को ना समझा सकी
हां तेरी हालत पर, मैं खुश ना हो सकी
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