धूप-छाँव से क्या फर्क ,
मैं भूँख से लड़ रहा ।
समय था वैसे पढ़ने का ,
ढेर कूड़े का चड़ रहा ।
पेट भर लिया जैसे तैसे ,
रह गया कुपोषण ।
हाथ पैर तो चलते हैं ,
सूख रहा है धड़ ।
पसलियाँ दिखतीं सारी ,
जैसे नहीं है खाल ।
पैर हो गए पतले-पतले ,
टेढ़ी हो गई चाल ।
चेहरा नहीं दिखता मेरा ,
दिखते पिचके गाल ।
-Read caption.-
If Mallya had a food business, what would happen to people eating it?
Mal-nutrition
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Litres of milk spilt over the Shivalinga with a pious mindset,
Somewhere ,
A malnourished child has questions in his prayers,
"Dear God ,
Can we share food ?"
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ग़रीब की आंखों में भूख के सिवा भी ख़्वाब होना चाहिए।
हे ईश्वर! इस गरीब की मुफलिसी पर भी हिज़ाब होना चाहिए।।-
What would be the title of a book written by a malnutrition?
The exquisite delicacies.
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नहीं चाहिए हमें मंदिर, मस्जिद और गिरजाघर।
बस गुज़ारिश है इतनी सी की आबाद रहे सब।
और हमारे देश के नागरिक भूखा न सोए अब।
चुनाव के वक़्त नेता करते है इनकी जय जयकार।
बड़े बड़े वादे करते है इनके लिए, चुनाव में सरकार।
और जीतने के बाद ये समझने लगते है इन्हें बेकार।
गर्व होता है देखकर वो 182M की विशाल प्रतिमा।
पर उतना उदास भी जाता हूं, जब भी देखता हूँ।
अधनंगे कुपोषित भूखे बच्चे और उनकी बेबस माँ।
खुद सरदार व्ल्लव भाई पटेल भी यही कहे होंगे।
मेरा प्रतिमा बाद में बनाना पहले ज़रूरी इनको खिलाना।-
Somewhere,someone is sleeping with an empty stomach while you were busy in counting your calories.
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पेट की भूख के लिये आज किसी को ज़िंदगी से लड़ते देखा ,
कुछ इस कदर मैंने मज़बूरी को पल पल मरते देखा ।-
चांद से चेहरो का सपना, महज इक रोटी खाने का
किसी का स्वप्न बड़ा अद्भुत, चांद पर रोटी खाने का।
पेट भरती है वो अपना, कसम झूठी खाकर सुत की
है जरिया एक यही घर में, लाल की भूख मिटाने का।
कुपोषित माता होगी गर, कुपोषित बच्चा जन्मेगा
पूर्ण कैसे हो स्वप्न भला , विकसित राष्ट्र बनाने का।
भरा है पेट अभी जिनका, उन्हें वह दर्द नहीं होगा
बढ़ाते शान काम करके, अन्न को व्यर्थ बहाने का।
भला हम किसी से कम है क्या, हमेशा अव्वल आते है
कुपोषण में पहला दर्जा, है दूजा उपज उगाने का।
कुपोषण मुक्त हो ये भारत, है वादा हुक्मरानों का
उन्हें छोड़ो प्रण तुम ले लो, किसी की भूख मिटाने का।
कुपोषित देह नहीं केवल, कुपोषित मानवता भी है
निभाकर धर्म, कर्म करलो, कुपोषण मुक्त कराने का।
खैर सब अपना घर भर लो, ये सब भगवान् की माया है
"अमु" का लक्ष्य कभी न था, हृदय को दुखित बनाने का।-
प्यार एक पोषक आहार है
साग भाजी, दाल और मछली की तरह
हम औरतों की थाली में इसकी मात्रा बेहद कम है-