Ae tasvir thoddi dat fatkar laga degi ky !2!
Ma yad aa rahi h Lori suna degi ky-
मुझे नहीं पता है गाना कैसे गाते हैं,
शायरी कैसे बनाते हैं,
जितनी भी कोशिश कर लूं लिखने की,
माँ की लोरी जैसी नहीं हो पाती।-
तुम मेरी नानी हो!
बस फर्क इतना है कि,
वो लोरी सोने से पहले सुनाति थी
ओर तुम सोने के बाद।-
Preshan ho gaya hu is bhag doar se,
Thap thapi kar or aaram de maa..
So jau mai aanchal tera odhar kar,
Tu bss balo mai ungaliya fher de maa..-
मैं गाती रहूँ लोरी तू सोजा मेरे कान्हा
तारों में बिंदिया चंदा सितारा ,
चंचल हवाओं में बहती धारा।
मैं गाती रहूँ लोरी तू सोजा मेरे कान्हा ,
सोजा मेरे लाल रे।।
मखमल की चादर फूलों का झूला ,
सपनों की दुनिया में खोया लल्ला।
मैं गाती रहूँ लोरी तू सोजा मेरे कान्हा ,
सोजा मेरे लाल रे।।-
बेरंग तस्वीर को
धनक के उस पार से देखा है
हमने बेघर माँ को
सड़क किनारे लोरी गाते देखा है ।-
हर रात उसकी याद की हल्की सी थपकियाँ
गा कर सुलाती हैं मुझे मीठी सी लोरियाँ-