khwaishon ko teri pankh deti hu main... Jitna b jhuka do mujhe fir tera sath deti hu main...
Apne he apna na samjhe jisko...
Ha vo ladki hu main...
Hazaaron ki bheed mai akele chlti hu main... kbi sab se laadti, kbi sab se pyar karti chalti hu main...
Maar dete ho mjhe paida hote he tum...
Fir b tmko naya janam deti hu main...
Ha vo ladki hu main...-
Ladki... Part.. 2
आज एक लड़की चुप थी पर...
अंदर उसके एक आवाज़ बाकी थी...
वो पढ़ नही सकती..
हँस बोल नही सकती...
क्या इन सबकी वजह एक लड़की होना काफी थी...
वो लड़की खुद के अंदर की आवाज़ को दबाने लगी...
" चुप रहो यहाँ खुद की नही समाज वालो की सोच चलती हैं "
ये बताने लगी...
अब उस लड़की के अंदर की आवाज़ और ज्यादा शोर मचाने लगी...
" कब तक चुप बैठोगी.. कब तक मुझे तुम चुप कराओगी.."
" ये समाज की बात मानी तो खुद से ही हार जाओगी.."
To be continued...-
Ladki...
सुनो..... ज़रा कम बोला करो...
क्यूँ...... क्यूंकि तुम एक लड़की हो...
लोग क्या सोचेंगे कितना बोलती हैं ये...
अरे...समझ नही आता तुम ज़रा कम हँसा करो...
क्यूँ.... क्यूंकि तुम एक लड़की हो...
तुम्हारा हँसना लोग गलत समझेंगे...!!
क्या...तुम पागल हो पढ़ाई करनी हैं...
नही नही तुम पढ़ नही सकती...
क्यूँ.... कितनी बार समझाऊँ की तुम एक लड़की हो...
ज्यादा पढ़ लिख कर करना ही क्या हैं लोग क्या कहेंगे...
To be continued...-
Tum ek Ladki ho !! 🙂
👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻this post is not an attack on boys because ik there
Are also boys who treat girl's very respectfully 😊
This post for all those people who are sticking to their old stereotype that need to change 🌹😊🤞🏻☕
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एक कहानी बेटी की ज़ुबानी...✍️
आखिर कितना भेदभाव के आग में हम बेटियो को जलाओगे,बताओ ना कितनी बार मारोगे और कितनी बार गर्भपात कराओगे। 😔😔
(Read in caption)
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Wo sabke jakhmo par marhum lga
apne jakhm chhupa Kar roti h
Apne ghar ko paraya Kar
dusre Ghar Jake roti h❣️
Wo ek ladki h sahab!!
Akele me bhi ashqo ko
chhupa Kar roti h❣️
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"छोटे शहर की लड़कियों को,
कम ना आंका करो साहब,
हम तो अपने सब्र और बुलंद हौंसले से,
हर मुसीबत को बड़े आसानी से हरा देते है।"
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लड़कियों की जिंदगी को
क्यू वो लोग जहन्नुम बना देते है
कुछ है ,
जिनकी हरकतों से डर कर,
लड़कियों को घर का कैदी बनाते है
क्या उन हैवानों को
ज़रा भी शर्म नही आती
क्यू सिर्फ उन्हें लड़कियों की जिंदगी
है तबाह करनी आती.....-
मिली है कांटो सी जिंदगी फिर भी महकती है ,,
फूलो सी खिलखिलाती है !!
कभी नन्ही सी जान कभी सूरज सी आग बरसाती है ,,
दर्द भी होता है सेहती भी है ,,
खुद के लिए नहीं बस अपनों के लिए मुस्कुराती है ,,
जो भाग्य से मिलती है और नाजो से पाली जाती है!!!
ये शान भी होती है
जान होती है अपने परिवार की ,,
क्या खूब रचना है भगवान की जो इस नायाब हीरे को बनाया है
शर्म आती है उन लोगो पर जिनकी शिकार ये पेट में ही हो जाती है ,,
दुनिया में भी तो ये सम्भल नहीं पाती है
कुछ दरिंदे की बुरी नज़रे उनको बस खिलौना मानते हैं ,,!!
कुछ दुनिया को ही छोड़ जाती है कुछ झांसी की रानी बनकर उनको उनकी औेकाद भी दिखाती है ,,
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