वो ज़ुल्फे क्या बांध लेती थी,
सारी कायनात ही सवार लेती थी..!!!❤-
सुनो न...
तुम्हें चाहने वाले बहुत होंगे इस कायनात में
मगर इस पगली की तो पूरी कायनात ही तुम हो..
💓💓💓
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उनके बेपर्द आँखों से अपनी क़ायनात सुलह कर लिया...
रियात_ए_मोहब्बत में आफरीन अंजाम तय कर लिया❣️❣️❣️
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जिसके पास जाने की बहुत
ख्वाहिश थी असल में जब
उसके पास आए तो पता
चला कि दूर रहने में ही
सारी कायनात हैं...
♥️🖤♥️-
मोहब्बत रूह से निकली रूह में ही मिल गयी
इस दिल में दर्द हुआ कितना तुम्हें खबर ही नहीं
मुकर कर मैं मोहब्बत से कितना ढ़ल गया हूँ यार
मुसलसल इश्क़ ने कितना खाया मुझे खबर ही नहीं
आरजू अब भी है कि समेट लूँ तुम्हें बाहों में
पर मेरा हक़ है भी या नहीं तुमपर खबर ही नहीं
शायद इन दूरियों ने बदल दिया है हवा का रुख
जाने हवावों ने कितने पैग़ाम पहुचाये खबर ही नहीं
शायद क़ायनात भी खफा है फ़ना होकर आज
वरना राहें टकराई हैं कितनी दफा खबर ही नहीं
पर सच ये है कि मेरे लिए इश्क़ के मायने हो तुम
मुझे मोहब्बत है तुमसे कितनी तुम्हें खबर ही नहीं-
मत तोलना मेरे लिबास से मेरा वजूद,
मेरी सोच भी तेरी समझ की पहुँच से परे है।
अब तेरे इस फ़ैसले पर सजदाँ है मेरा,
तेरी कायनात की रोशनी अब मैं नहीं।-
kitna Pyara Lagta hai Na,
Tera Nam Mere Nam K Sath,
Jaise is Sari Kaynat Ne ,
Qubul Kar liya ho Hamara Sath💞-