सूरज नदी के पेट में था,
मै थोड़ी नींद में था।
कि यकायक आंख खुली,
तो देखा! चांद जमीं पर था।
हां! हैरत में हूं बेबसी पहने,
रात के मुसाफ़िर को देख..
ये ख़ास नमी पहने।-
मैं तो इक बंजर-सी जमीन,वो खूबसूरत आसमान कोई ,🌈
मैं तो इक बेरंग-सी दुनिया,वो ख्वाबो का जहान कोई..!!🏡
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आसमान वाला जज जब
अपना फैसला सुना देता हैं
तो फिर जमीन वाला बकालत
भी कुछ काम नहीं आता हैं...
♥️🖤♥️-
Baarish ke paani ka
koi rang nahi hota
Fir bhi vo fizaaon ko
Rangeen bna deta hai..
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क्या कहूँ उनके बारे में शब्दों की कमी है
वो हैं मेरा आसमां और मेरी औकात महज एक जमीं है
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यह आसमां है तो इस धरती
कि भी कुछ हैसियत है
वरना तो आजकल हर
रिश्ते में भी सियासत है-
तुम रख लो ये,
मेरे हिस्से की जमीं और आसमां.
मुझे बस अपने,
दिल में धड़कनें दो धड़कनों की तरह.-
ज़मीन पर नहीं दिखा कोई अपना मुझे,
काश! आसमान में कोई सितारा मेरा हो l-
Tere hijra me ansuo ka girna asan kr rhi
ye barish mujhe duniya se gumnaam kr rhi-
तुम्हारे हिस्से की हर बात
हम दोनों मे सहित है
दिल हमारे अलग है
लेकिन,मेरी दिल की धडकन
तेरे धडकन के धडकने से धडकती है।-