उठेगी डोली जब तेरे आंगन से, नजराना "तू" देगा ही, भर जाए जिंदगी खुशीयों से "मेरी" ऐसा दुआवों का खजाना दे देना, रोख लूँ हमेशा के लिए कदम "मेरे", पर बेबसी रिवायतों की है, "तू" इनायत तोह है "मेरे" लिए, जो "खुदा"ने "मुझे" तेरी बेटी बनाया.!
तोह,जनाब उम्मीद दुनिया से क्यूँ? उम्मीदें इंसान को नराज करती है और, दुनिया एक वहम है फरेब है और दिखावा है, कभी ऐसी दिखेगी कभी वैसे दिखेगी तोह हमें हमारी नजर से अंदाज़ लगाना पडता है की दुनिया कैसी है क्यूँकि ये दुनिया है और कभी भी बदल सकती है.!
Some bad things happen in our past and God knows about those things but God can't make us apologize for those bad things so He sends good people in our life to make our future better.!