किसी और के चराग का...
शोषण नहीं किया हमने...
खुद को जला कर खुद को...
ही रौशन किया हमने...-
हमने की थी मोहब्बत❤️
पर वफा 💑ना मिला
तेरी खुशियों ☺️के लिए
दुआ 🤲कर सकें
तो हमें खुदा🕍 ना मिला
-
था वो जमाना जब गुरूर हुआ करता था
मै खुद मे ही मगरूर हुआ करता था
और नशे की क्या औकात थी मेरे सामने
नशा भी मेरे नाम से मशहूर हुआ करता था।
-
इश्क़! किया था हमने भी,
हम भी रातों को जागे थे
था कोई जिसके पीछे,
हम नंगे पाँव भागे थे
देखना! एक झलक
जरूरी न समझा
जिसके लिए हम,
भूले अपनी मर्यादा थे
इश्क़ किया था हमने भी
हम भी रातों को जागे थे
तोड़ गया सब रस्में कसमे
कहते वो मज़बूत इरादा थे
भूल गया वो एक पल में हमको
जैसे हम एक फ़िज़्ज़ुल सा पौधा थे
इश्क़ किया था हमने भी
हम भी रातों को जागे थे-
छोड़ दिया हमने भी शीशे में देखकर सँवरना ,
हमसे ना होगा फिर से टूट कर बिखरना .....-
ना कभी उस ने मनाया, ना कभी हम मना पाए,
बताओ जरा साहेब इस होड़ में भला हमारा रिश्ता केसे बच पाए-
हमनें एक माला की तरह तुमको
अपने आप में पिरोया हैं ....
याद रखना टूटे अगर हम
तो बिखर तुम भी जाओगे ...-