हमर छत्तीसगढ़िया मन के
पहीली तिहार
हरेली
के सब्बो झन ला
गाड़ा गाड़ा बधाई
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छत्तीसगढ़ के पहिली तिहार हरेली हा आगे,
देख तो संगी लईका मन गेड़ी ला धर भगागे...
किसान मन हा नांगर, कुदारी के पूजा करे बर जावत हे,
बइला मन ला देख तो संगी अाज कईसन सुरतावत हे...
मोर गांव के माटी हा, आज पहिली कस ममहावत हे,
लगथे गांव के नोनी मन, आज मईके घूमे बर आवत हे...
पिट्टुल, फुगड़ी, खोखो के खेल मन हमर शहर मा नंदावत हे,
फेर आज भी गांव मा लईका मन हा, खेले बर सकलावत हे...
हरेली के तिहार हा हमर गंवई मा निक लागे
देख ना संगवारी चारो कोती हरियाली हा छागे...
शहर के मन हा संगी जम्मो तिहार ला भूलावत हे,
फेर गांव के मनखे मन हा, हमर धरोहर ला संजोवत हे
गांव के अईसन रुख हा, मोर मन ला बिक्कट भागे,
आज हमर छत्तीसगढ़ के पहिली तिहार हरेली हा आगे...
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बेल के पत्ती
फूल के हार,
अगस्त के महीना
सावन के फूहार,
खेत के हरियाली
किसान के प्यार,
मुबारक हो संगी
हरेली के त्यौहार...-
बैला धोवा गे,टेक्टर धोवा गे,
अऊ धोवा गे पूरा खेतारी।
नांगर धोवा गे,अऊ बोवा गे
जम्मों खेत हा संगवारी।
चिला बनत हे,भजिया बनत हे,
गेड़ी बनाय के हे तैयारी।
अऊ देख तो गा,हरियर लुगरा मा
कतका सुघ्घर लागत हे
मोर छत्तीसगढ़ महतारी।
मुबारक हो सब्बो मनला ये
पहिली हरेली के त्यौहारी।-
गेड़ी के तिहार आगे गेड़ी के तिहार
आओ मिल के मानाबो जी हरेली के तिहार
नरिहर ला फोड़ाबो जी, गेड़ी ला खपाबो
औजार के पूजा कर, ओकरो मान ला बढ़ाबो-
चढ़व गेड़ी खेलव फुगड़ी,भौरा अउ बाटी
आज नव श्रृंगार करत है, हमार छत्तीसगढ़ माटी नांगर-बइला,गैती,रापा अउ कुदारी
हरियाली,खुशहाली औऱ प्रेम में रंगे हमार छत्तीसगढ़ महतारी!!
जम्मो साथी मन ल छत्तीसगढ़ के पहिली तिहार
हरेली के गाड़ा गाड़ा बधाई🌾🌾🌱
#हरेली_त्यौहार
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ये हरेलि म corona झपा गे
लोगन मन के सुरता बिसरागे गे
गाँव म corona बइरी हमागे
दाई के बोली धीर लागे
corona के डर काहत लागे
टोनाही परेतिन पिछवागे
नीम के पता करुवा लागे
चीला रोटी मन परुवा लागे
लोहर कका ला डर लागे
घर घर म sanitizer मांगे
अइसे में खिला कइसे ठोके
दार चाउर दुरिय ले झोंके
नरियर के बुच म गेडी बंधा गे
धूप म रना के माटी तेल डारे
मच के चलाए वो लइका कहां गे
Mobile हा corona ले बड़े बइरी लागे-
छत्तीसगढ़ के सोनहा माटी,
रंग हरियाली म छागे
बतर बियासी बेरा संगी ,
किसानी नांगर फंदागे
किसानी के मित मितानी ,
नांगर बइला धोवागे
रच रच - मच मच गली मा ,
गेड़ी के धुन सुनागे
तवा मा सुघ्घर गुड़ के ,
चिला रोटी चूर मम्महागे
पहली तिहार छत्तीसगढ़ के संगी ,
येदे हरेली हा आगे ।।
- ✍️ Rikesh manikpuri-