सतरंगी दुनिया के
अतरंगी से किस्से,
और
सतरंगी से ख्वाब.
पर जनाब सुनिए जरा,
ख्याल मेरा
एक नायाब.
मानो हो जाए
ऐसा कुछ कमाल,
रंगों का भेद
रहे ही ना सवाल.
हल्की सी नारंगी त्वचा
भूरे से सिर के बाल,
काले तीखे नैन
मीठी सी मुस्कान.
कदकाया सब एक समान,
कुछ ऐसी हो
इंसान की नई पहचान.
कितना सुंदर होगा
वह हर एक एहसास,
जहां सुंदर होगा न कोई रंग!!
जहां खूबसूरत होगी तो बस,
किसी की रूह है
किसी की बात
किसी का मन.
-