हम चाहते तो तेरे शहर में मशहूर होने जा सकते थे।
लेकिन हमने रक़ीब के शहर में जाना बेहतर समझा।।
हम चाहते तो हम भी हिज़्र में,आवारापन ला सकते थे।
लेकिन अम्मा के सपनों को हमने सजाना बेहतर समझा।।
हम चाहते तो बना-बनाया महल तो हम भी पा सकते थे।
लेकिन हमने एक छोटे से घर को बनाना बेहतर समझा।।
हम चाहते तो किसी और की हम बाहों में जा सकते थे ।।
लेकिन बस तेरी बाहों में हमने आना बेहतर समझा।।❤
लोग हमें कहते थे हमको जल्दी नज़र लग जाती है।।
तभी तो हमने सबसे अपनी DP छुपाना बेहतर समझा।।
✍️राधा_राठौर♂
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Na use kuch kehna tha
Na mujhe kuch sunna tha
Bs kahmoshi se
ek dusre Ko smjhna tha-
شہر بھر کی یہ اداسی نہیں دیکھی جاتی،
کوئی ہنستی ہوئی تصویر لگا ڈی پی پر۔۔
शहर भर की ये उदासी नहीं देखी जाती,
कोई हँसती हुई तस्वीर लगा डी.पी. पर..!!
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बहुत दिखा ली देशभक्ति,चलो अब मुखोटा उतार लें ।
ख़त्म हो गया जश्न-ए-आजादी,चलो प्रोफाइल से Dp उतार लें-
एक contradictory quote से
हुई मुलाकात थी।
18 Oct. की तारीख थी।
छोटी-छोटी गलतियां जो
शायद कुछ ही लोग बताते हैं।
उनमें से एक आप हैं....
आज के जमाने में लोग अपने प्यार को
बाबू, सोना, बेबी, जानू कहते हैं।
और एक हमारे रांझे है जो अपने
प्यार को प्रिए, प्रियतम कहते हैं।
शब्दों से खेलना आपका काम।
जाने कहां से लाते इतना ज्ञान।-
मैं तुम्हारा last seen बार-बार देखनेवाली नहीं,
तुम्हारे साथ तुम्हारे dp में रहनेवाली बनना चाहती हूँ...।-
प्यार में जरूरी नहीं रोज बातें ही हों, मेरी जान!
किसी की dp देखना और
Online status चैक करना भी इश्क है।। 😝-