कुछ नहीं कर सकता तु, अपनी चुनौतियों से दूर भाग कर,
तुझे अपनी मंजिल खुद पानी है, खुद को समझा कर,
छोड़ ये दुनियादारी तु, अपने बुरे दिन को याद कर,
अभी तु हार ना मान, एक कोशिश और कर।-
ना अच्छी किस्मत पर यकीन रहा,
ना सच्चे प्यार पर।
ना अच्छे लोगो पर यकीन रहा,
ना किसी पत्थर के भगवान पर।
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कहानी किस्सों का किरदार नहीं है,
नफरत है मगर अब किसी से प्यार नहीं है।-
जो मेरे थें,
वो किसी और के हो गए,
जो किसी और के थे,
किसी और के ही रह गए।
हम भी चले थें किसी रोज़
ज़िन्दगी के इस दौड़ में,
क़दम बढ़ते रहें दिन रात,
और मंज़िल उतने ही दूर रह गए।
एक रोज़ उन्होंने हाल-ए-दिल पूछ लिया,
इस बात पर हम थोड़े डर गए।
उनकी ज़िद और मायूसी देखकर,
समंदर सा इश्क़ था,जो बह गए।
वो हँसने लगी मेरी नादानियों पर,
की दिल के आगे तुम्हारे अक्ल कैसे हार गए।
नामुमकिन है जो,ये बात इतनी आसानी से कह गए,
आगे जवाब तो कुछ ख़ास ना था,बस दिल ने इतना कहा....
कोई उम्मीद ना होते हुए भी,...है तुमपर एतबार
सपनों की सरगोशियों में करता रहूंगा मैं प्यार।
उम्र कम हो रही है मेरी और बढ़ रहा है इंतज़ार,
इस जन्म में ना सही,अगला होगा मोहब्बत का एक संसार।-
ऐ! मेरे राह- रौ , हमराही सुन ले ज़रा
छोड़ दे तक़दीर के भरोसे चलना ज़रा।
ऐ! मसीहा तशवीश में, न यूं वक्त जाया कर,
ज़ुल्मत से निकल सफ़र मजाज कर।
शरर बन अपनी शनाशाई के लिए
क्यूं कर रहा किसी और को बेनकाब हौसला अफजाई के लिए।
प्यार खुदा ने दी वो इबादत है, दुआ है
बिना प्रेम के बयाबान जहां में मुकम्मल ही क्या है।-
मौहब्बत पूरी हो ये जरूरी तो नही
इश्क़ मुकम्बल हो ये जरूरी तो नही
तेरी खुशियों के लिए हर गम चुप सहते रहे
मगर तुझे इसका एहसास हो ये जरूरी तो नही
छोड़ दिया तुमने हमें बेवफा समझकर
अब हमारी वफाई का सुबूत जरूरी तो नही
ठुकरा दी तुमने हमारी मौहब्बत
अब धरती की चाह मैं आसमान रोये ये जरूरी तो नही-
Jab kuch sochti hu tabhi naraz ho jati hu,
Kyunki jinko hum apana mante he ,
Vo hume kabka paraya kr gye
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मैंने तो उसकी ख़ामोशी को भी सुनना चाहा था,
पर वो तो मेरे शोर से भी इन्कार कर गया !!-
इस अदा से उन्होंने हमें देखा था की,
आज भी हम मुस्कुराते हुए पलके झुका दिया करते है।-