सबर करले ए मौत तू थोड़ा
मेरे अपने मुझसे रूठते जा रहे है
ए ज़िन्दगी थोड़ा तो ठहर जा
देख मेरे अपने मुझसे छूटते जा रहे है
दी खुशियाँ जिन्हें ज़िन्दगी भर
आज मौत के बाद उनकी आंखें नम किये जा रहे है
था साथ का वादा पूरी उम्र का जिनसे
बीच राह मैं उन्हें यूँ तन्हा किये जा रहे है
ए ज़िन्दगी थोड़ा तो ठहर जा
देख मेरे अपने मुझसे छूटते जा रहे है।-
हाँ मान लिया सब मेरी गलती थी
तुमसे प्यार करना तुम पर विशवास करना
अपना सब कुछ लुटा कर भी तुम पर इस कदर मरना
कि तुम्हारे मुझे छोड़ जाने के बाद भी तुम आओगे
ये आस लगाकर तुम्हारा इंतज़ार करना
हाँ....ये सब मेरी ही तो गलती थी-
Navratri brings
Lots of happiness, lots of emotions, lots of love And full of positive energy...Maa durga blesses each and every soul with her blessings...
Jay mata di🙏🏻-
पापा की परी
बेशक बेटियाँ होती हैं पापा की परियाँ
हाँ इस बात से कभी इनकार नही होता
पंख भी होते हैं उन परियों के
मगर उन्हें उड़ने का कोई अधिकार नही होता
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तुम्हारी यादों के सहारे आज भी शाम गुज़र जाएगी
मगर जानता है ये दिल के अब तुम ना वापस आओगी
हाँ जानता है ये दिल के अब तुम ना आओगी
मगर फिर भी हर शाम हमें इस कदर पाओगी
इंतज़ार में तुम्हारे वो शाम भी गुज़र जाएगी
और रात को तुम्हारी कमी फिर हमें तड़पायेगी
तड़पन की वो ओस तकिये को भिगाएगी
उन नम आँखों से वो रात भी गुज़र जाएगी
ऐसे ही सुबह की रोशनी नम आँखों को जगाएगी
और फिर वही दिनचर्या वापस शुरू हो जाएगी
इस कदर इंतज़ार में तुम्हारे शायद आंखें भी धुंधला जाएंगी
मगर दिल को रहेगी उम्मीद के तुम कभी तो वापस आओगी-
इश्क़ की कुछ कहानियां बस कहानियां रह जाती है
नाम पर इश्क़ के अब सिर्फ बेईमानियां की जाती हैं।-
#लॉकडाउन
इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी मैं अपनो से मिलवा दिया
जो दे ना पाते थे दो पल भी तब साथ सभी को बैठा दिया
होकर सबसे दूर उस घड़ी ने सबको पास ला दिया
बच्चों से बड़ों तक सबको रामायण देखना भी सिखा दिया
माँ ने बिटियाँ को खेल खेल मैं रसोई का काम सिखा दिया
और खूब लड़-झगड़ कर बहन-भाई ने अपना प्यार बड़ा लिया
देश में बढ़ते अपराधों पर भी बहुत हद्द तक नियंत्रण लगा दिया
और होता क्या रोटी का मोल ये भी लॉकडाउन ने हमें सिखा दिया-
#पंछी
यदि मैं "पंछी" होती
तो इस नीले "गगन तले" खुल कर जीती
आसमान को अपने "आशाओं" से भर लेती
और "हवाओ" से सारी बातें कर लेती
खोल कर पंख दुनिया का "भ्रमण" कर लेती
किसी देश की "सीमाओं से बंधी ना" होती
भोर होते ही "पंछियों" के साथ चली जाती
झुंड में "पंछियों" के संग मैं भी "उड़ान"भर पाती
सांझ होते ही "घर को वापस" लौट आती
"प्रकृति की खूबसूरती"जी भर "निहार" पाती
कितना अच्छा होता यदि मैं भी "पंछी"होती!!!
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आज तेरी बहुत याद है आयी
दूर है मेरी राखी और तेरी कलाई
जब बांध रही थी मैं सबको राखी
तब उस दिन की है याद आयी
जब दोनों बहनों से साथ मैं मिलकर
तूने थी राखी बधवाई
"आज तेरी बहुत याद आयी भाई"♥️
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मन के अंधकार को दूर कर "ज्ञान का दीपक जलाया"
"द्वेष, ईर्ष्या और क्रोध" को दूर कर मन का हर विकार मिटाया
"शांति, प्रेम और करुणा "के साथ जीवन का है "सार" सिखाया
जब जब आयी विपत्ति सदैव "धर्म का मार्ग" दिखाया
"भगवान" ने भी स्वयं "गुरु का स्थान "सबसे पहले बताया
करती रहूं सदा आपका "अभिनंदन"मैं
हे परम गुरु आपके "चरणों" मैं मेरा "वंदन" है !
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