शुभ धर्म ही जिनका शिरोधार्य और धर्म ही जिनका रक्षक है
पर धर्म निरपेक्ष अधर्मी का यह महाकाल सा भक्षक है-
सनम मिले जिसे तेरे जैसा
उसे पत्थरों को
पूजने की ज़रूरत नहीं होती,
यार मिले बिना दुआएं मांगे जिसे तेरे जैसा
उसे सजदे में
किसी और के झुकने की ज़रूरत नहीं होती..
हमसफर मिले जिसे तेरे जैसा
उसे किसी दर पे
माथा टेकने की ज़रूरत नहीं होती,
दिलदार मिले बिना प्रार्थनाओं के जिसे तेरे जैसा
उसे सभाओं में
मोमबत्तियां जलाने की ज़रूरत नहीं होती..
दिलरूबा मिले जिसे तेरे जैसा
उसे सुबहों शाम
कसीदे पढ़ने की ज़रूरत नहीं होती,
प्रेयसी मिले बिना मन्नतों के जिसे तेरे जैसा
उसे हर मज़ार
अगरबत्तियां जलाने की ज़रूरत नहीं होती..-
चलिए धर्म बचाते हैं।
आप अपना निभाये,
हम अपना निभाते हैं।।
यूँ ही लड़ते-झगड़ते,
छोड़ जायेंगे
हम भले ही दुनिया,
पर धर्म रह जायेंगे
यही पर हमेशा।
फिर और लोग आयेंगे
हमारी ही तरह,
धर्म को बचाते रहेंगे।
लड़ते रहेंगे, लड़ाते रहेंगे।
धर्म यही रहेगा सदा
मिट जायेंगे हम और आप।।-
कहते हैं कि जाति और धर्म में भेदभाव गलत है!
फिर संविधान में जातिगत आरक्षण क्युँ निहित है?-
मज़हब को ऐसे रोड पे नीलाम ना करो
लेकर के नाम राम को बदनाम ना करो
बच्चा किसी का मार के रुस्तम बनो न तुम
रावण भी शर्म खाए ऐसा काम ना करो !!
مذہب کو ایسے روڈ پہ نیلام نہ کرو
لیکر کے نام رام کو بدنام نہ کرو
بچّہ کسی کا مار کے رستم بنو نہ تم
راون بھی شرم کھائے ایسا کام نہ کرو-
Children's are like white paper..
without understanding of what
is right or wrong..
Anything can be taught easily...-
या अल्लहा! हे प्रभु! ओह गॉड! वाहे गुरु!
ज़रा धार्मिक चश्मा उतार कर देख, कहीं सुनने वाला एक ही तो नहीं?-