Wo dadaji ke sath ka safar bhi yaadgaar hai...
Unke kandhe pe baithne ka ahsaas bhi iss dil me besumar hai....-
पिताजी के पिता ने,
मुझे गोद में खिलाया है,
जब नन्हे थे कदम मेरे,
तो कन्धों में बिठाया है,
जब रोता था मैं रातों को,
तो सीने से भी लगाया है,
जब कभी होता हूं निराश,
तो दोस्त का फर्ज निभाया है,
जो प्यार से ज्यादा प्यारे हैं,
वो दादाजी हमारे हैं।-
याद आया है मुझे वो मेरा
बचपन सुहाना,
दादा के साथ खेलना और दादी के हाथों से खाना...!!-
ये मोबाइल के अधिकतर उपयोग होने से
वो बुजुर्ग बिल्कुल अकेले हो चुके है
जिनकी उम्र 60-70 हो गयी है
और जिनका जीवनसाथी जा चुका है,
वो न तो मोबाइल चला पाते हैँ,
न तो घर के सदस्यों को मोबाइल चलाने से रोक सकते हैँ ताकि उनसे दो पल बात कर सकें।
घर के बुज़ुर्ग ठिक्कर नहीं ठाकुर होते हैँ।
उन्हें समझो,उनकी क़दर करो,उनसे ढेर सारी बातें करो, उनकी हर जरुरत पूरी करो।
JIYO DIL SE ❤️-
ख़ुदा का आपको
ख़ूबसूरत ईनाम।
बुज़ुर्गों की ज़ुबान
तजुर्बों की दुकान।।
-
अपने बुजुर्गो की आवाज को कभी अनसुना मत करना....
सुना है उपर वाला उनकी आवाज बहुत जल्दी सुन लेता है.....-
क्या बोलू , क्या लिखूं आपके बारे में
कहां से शुरू करू, कहां खत्म करू
बहुत याद आते हो आप "दादा जी"
आपका हंसना☺, आपकी वो बाते
आपका गुस्सा😠, वो डांट फटकार
और आपके हाथ की मीठी सुपारी
चाय ☕के तो आप बहुत शौकीन थे
कुछ पुरानी बाते जो आप हम सबको
बहुत अच्छे से सुनाया करते थे ❤
जिसे याद करके आज आँखों में
आँसू आ जाते हैं.....😢😢
आपकी भी क्या उदारता थी
सबको देखते ही मुस्कुरा देते थे ☺
बहुत ताकत थी झुर्रीदार हाथों मे👏
जब भी हम सबके सिर पर रखते थे
जिंदगी जीने के तजुर्बे मिलते थे🙏
कहते सबसे कुछ नही थे आप
बस पीठ थपथपा दिया करते थे।
Miss you Dada ji 😢
-Ruchisahu..
-
आज फिर पूरी गली और मोहल्ले में सन्नाटा छाया है
लगता है आज फिर एक महान पुरुष को भगवान ने अपने पास बुलाया है
दद्दा जी ने सभी को एकता का पाठ पढ़ाया है
गलती पर डाटा और सत्य का मार्ग दिखाया है
आगे बढ़ने की प्रेरणा दी और सदेव आशिर्वाद बरसाया है
समाज,परिवार,रिश्तेदारी में अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाया है
उन्होंने परिवार के हर सदस्य को एक माला में पिरोया है
आज हमने परिवार के सबसे क़ीमती सदस्य को खोया है
इसलिए तो उनके जाने पर बच्चा बच्चा रोया है
-