कितनी आसानी से कहा दिया
कि नहीं होगा हमसे
अगर ऐसा ही कहना था
तो क्यों मां बाप को सपने दिखाए-
कॉलेज की पढ़ाई ने बेशक़ हमें इंजीनियर बना दिया
पर ज़माने की मोहब्बत ने हमें शायर बना दिया-
It promised to be a constant like the waters at the docks,
Running without a destination, ticking loud on the clocks.
It used to start with the shittiest music,
from the mobile I bought very new,
but that's what the alarms are made for,
to terrify the breath out of you.
And then my attention was caught by the clock,
tik tok tik tik tok
(Read full slam in the caption)-
मोहब्बत थोड़ी अलग है उसकी
देश के नाम अपनी जवानी लिख रहा
मस्तमौला है LBSNAA के सफर में
खून पसीने से कामयाबी की कहानी लिख रहा।
21 APRIL CIVIL SERVICES DAY🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Jai hind🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳☺️☺️-
You are like cement
I am like aggregate
Our life is like concrete
That cant be form without water that is our eternal love 😚😙😗-
हमारे वज़ूद को भी पहचानेगी...
लेकिन हमारी मेहनत का ज़िक्र इतना सस्ता तो नही जो कुछ खुदगर्ज़ बेबुनियादी लोगों के दिखावे के लिऐ हो..।
हमने तो काबिलियत की इबारत कुछ ओर ही गढ़ी हैं...
पापा का गुरुऱ हो , माँ के चेहरे की खुशी हो।
जिसमें तिरंगे की ख़िदमत हो,
हमारी वजह से चंद संतुष्ट मुस्कुराते चेहरे हो,
कुछ गमगीन लोगों के साथ बैठकर उनके तक़ल्लुफ़ों से मुख़्तसर हो सकूँ..
और ऊपर उठकर उन बेजज़्बाती आँखों को मुक़ाम दे सकूँ।
इतना सा खुद का वज़ूद हो बस..।
हमारी मिलक़ियत में तो लोगों के चेहरों की खुशियाँ ही काफी है।
और यही शायद हमारी मेहनत का सच्चा न्याय भी...।-
चलो इस जिंदगी के सफर में जीने का फायदा उठाते हैं,
धर्म की बेड़ियों से खुद को आजाद कर आजादी का जश्न मनाते हैं।
इंसान है तो थोड़ी इंसानियत निभाते हैं।
मंदिर - मस्ज़िद के दरवाजे अभी बहुत दूर हैं....,
चलो किसी रोते बच्चे को हँसाते हैं।-