कुछ ऐसी भी चोंटें,मेरे नाम आईं।
न दवा काम आई,न दुआ काम आई।।-
23 JAN 2020 AT 16:03
ना दुआ काम आयी,
ना दवा काम आयी..
जब टकराये वो हमसे,
दिल पे चोट आयी...-
27 JAN 2020 AT 8:21
उस संग पे उंगलियों के निशां तेरे भी थे,
जिससे कभी ठोकरे खाई थी हमने।-
10 NOV 2020 AT 18:27
बच बच कर चलता रहा ज़माने से
उम्र भर मुझे क्या पता था कि चोट,
उनकी मोहब्बत से लग जाएगी ...
♥️-
3 OCT 2021 AT 19:27
हद से ज्यादा उम्मीदें हमेशा घाव देती हैं
कटी हुई पेड़ की टहनियां कहां छांव देती हैं
वक्त रहते संभाल ले ए इंसा खुद को
अपनो से लगी चोट मरहम का कहां
काम देती है....-
31 AUG 2020 AT 15:43
दर्द की तासीर मालूम है हमें
फिक्र न करो तुम्हें चोट नहीं पहुँचायेंगे।-
10 NOV 2019 AT 18:48
नवम्बर में किसी का दिल मत दुखाना दोस्तों
सुना है सर्दियों की चोट अक्सर तकलीफ देती हैं-
6 JAN 2020 AT 8:03
Dheere Dheere sab dour hote gaye...
Waqt ki age majbour hote gaye😑
Rishto mi hamne aise chot khaye ki...
Bas hum bewafa aur sab bekasoor hote gaye😶-