चरागदान कोई गर्द से...ढका पड़ा है...
बहुत दिनों से उस बुढ़िया ने...कोई चराग नहीं जलाया...
सुना है उसका बेटा... फ़ौज में था...👮
सरहद पर गया था...लौटकर नहीं आया...😢-
चिराग हूं मैं, मिरी रौशनी पर हक़ है सबका....
फक्त किसी एक के काम आऊं, मुझे मंजूर नहीं..!!-
उनके सितम के सरहदों...
के पार अब नहीं निकलना है...
उन्हीं की यादों में चिराग बनकर...
अब हमें ताउम्र जलना है...-
हवा से कह दो खुद को आज़मा के दिखाये
बहुत चिराग बुझाती है एक जला के दिखाये-
ये उम्मीदों का चिराग़ है ज़नाब😊 , ये कभी बुझ नहीं सकता.....
ये यादों से रोशन है , रोशन ही रहेगा🤗......-
Agar sahi raste par chala jaye to...
Halki si ummid ki roshni bhi
Chirago ka kaam karti hai...!!!-
Chirag bhi wahi jalaya jata h jaha andhera ho
Ujane me Chirag ki bhi koi jarurt nhi hoti-
( शेर )
ज़ख्म़ उसने कुछ ऐसा दिया
जिन्दगी मुस्कुराती रही रात भर
चिराग़ राही
28/10/2012-
{ एक सुलगता हुआ शेर }
बड़ी शिद्दत से बनाया था आशियाँ हमने
जला के रख दिया वहशत भरे अंगारों ने
शिद्दत :-किसी काम को दिल से करना
चिराग़ राही
18/04/2019-
शेर =>
बुत को सनम कहूँ या सनम को ख़ुदा कहूँ
अय गर्दिश-ए-अय्याम बता किसको क्या कहूँ
चिराग़ राही
बुत :- मूर्ति 25/05/2015
गर्दिश-ए-अय्याम :- बूरे समय के चक्र-