❤️💐❤️ आदाब दोस्तों ❤️💐❤️
मजाहिया 4 पंक्ति आपकी नज़्र...
अर्ज़ किया है कि...
धोखे से कल शराब पिलाया गया मुझे
बेहोश कर के होश में लाया गया मुझे
मुर्गी का गोस्त तुमको खिलाएंगे ऐ"चिराग़"
मुर्गी बता के अंडा खिलाया गया मुझे
😀😀😀
221. 2121. 1221. 212-
रहें न हम जमाने में मगर हम याद आएंगें
💐🥀💐 दोस्तों आदाब 💐🥀💐
अर्ज़ किया है कि...
यूं ज़िन्दगी ख़राब किया है शराब में
जैसे के ख़ुद को डाल दिया हो तिजाब में
आए "चिराग़" बाग़ में हसरत लिए मगर
दीदार हो न पाया वो आये नक़ाब में
221. 2121. 1221. 212-
🥀❤️🥀 दोस्तों आदाब 🥀❤️🥀
अर्ज़ किया है कि...
रू-ब-रू तुझको देखूँ है ख़्वाहिश यही
मुझको तस्वीर तेरी नहीं चाहिए
212. 212. 212. 212-
💐🌹💐 आदाब दोस्तों 💐🌹💐
अर्ज़ किया है कि...
बे-ग़रज़ हो अदावत ये अच्छा नहीं
मुल्क़ में हो बग़ावत येअच्छा नहीं
अदावत = शत्रुता, बग़ावत = विद्रोह
212. 212. 212. 212-
🌹❤️🌹 आदाब दोस्तों 🌹❤️🌹
अर्ज़ किया है कि...
हम खतावार हैं
बख़्श दे अय ख़ुदा
212. 212,-
🌹💐🌹दोस्तों आदाब 🌹💐🌹
221 2121 1221 212
बढते हुए क़दम को है मंजिल की ज़ुस्तुज़ू
लेकिन वतन के बिगड़े हैँ हालात क्या करूँ-
🌹❤️🌹 दोस्तों आदाब 🌹❤️🌹
अर्ज़ किया है कि...
बेगरज़ दिल दुखाना नहीं चाहिए !
नफ़रतों को बढाना नहीं चाहिए !!
संगमरमर सा है ये बदन आपका !
दाग़ इस पर तो आना नहीं चाहिए !!
212. 212. 212. 212
04/09/3025-
🌹🥀🌹 आदाब दोस्तों 🌹🥀🌹
अर्ज़ किया है कि....
पड़े महबूब का जो पाँव इसी तमन्ना में
हम उनकी राह में दिल को बिछाये बैठे हैं-