बड़े हैं तो आलोचक नहीं, आदर्श बनिये!
छोटे अपने आप अनुयायी बन जाएंगे ।-
बचपन में बड़े होने का शोख था मुझे,
आज फिर मुझे स्कूल जाना है,
रिश्तों को संभालते अब थक चुका हूं में,
आज मुझे भी फिर खुश होना है ।-
यदि कोई आपको बहुत इज्ज़त देता हो,
तो ये जरूरी नहीं कि आप बहुत इज्ज़तदार हो...
हो सकता है कि ये उस शख़्स का बड़प्पन हो।-
Haan Umar unki thodi badi thi,
Par unke dhoke me bhi unki tarah badappan thi.-
बड़े बनने वालों से मुझे सख़्त नफ़रत है
क्यूँकि ये लोग बड़प्पन की खातीर अक्सर
अपने से छोटे हैसियत वालों के जज्बातों
का और इज्जत का गला घोंट देते हैं-
Bas Itna Chahiye Tujhse Aye Zindagi,.
Ki Zameen Pe Baithoon
To Log Use Badappan Kahe Aukaat Nahi,.-
ख़्वाहिशों के मेले थे ज़िन्दगी में
जाने कब टहलते-टहलते राहें भूल बैठे,
अब बड़ी-बड़ी इमारतें है ज़रूरतों से रंगी हुई
जाने कब बड़े हुए और ज़िन्दगी भूल बैठे!
#PoolofPoems
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हम अपनो से बड़ों का कभी कटाक्ष नहीं करते,
और वो समझते हैं कि हम कोई साक्ष्य नहीं रखते।-
kari thi ek nakamyaab koshish,
bachche the saath nibhane lage,
gawaara tha bachche kahlana unhe,
the paav hamari chappal me aane lage.
करी थी एक नाकामयाब कोशिश,
बच्चे थे साथ निभाने लगे,
गवारा था बच्चे कहलाना उन्हें,
थे पांव हमारी चप्पल में आने लगे।।।
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