अब किसी से उम्मीद नहीं है साहब
जिनसे सबसे ज्यादा उम्मीद थी ,😄😄
हाथ और साथ सबसे पहले उन्होंने ही छोड़ा
@दिल के लेख-
नहीं मांगा मैंने कभी मेरे अपनों से कुछ
बस उनके दिल में जगह ही मांगी थी लेकिन😄😄
उन्होंने दिल तो दिल लेकिन नजरों से भी निकाल दिया
@दिल के लेख-
मैने परखा है अपनी बदकिस्मती को,
मैं जिन्दगी में जिसे भी अपना कह दूँ ,
वो फिर मेरा नहीं रहता,
या तो भगवान ही उसे मुझसे छिन लेता है,
या तो वो खुद से ही मुझसे दूर हो जाता है...!
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"अभी तो वक़्त ख़राब है मेरा
बोल लो जो भी बोल पाओ
जब पासा पलटेगा एक दिन
तब सबके मुँह खुले रह जायेंगे।"-
Hazaar khat the likhe usay
Hazaar martaba awaaz di
Wo muda na ek martaba
Jisne di humko zubaan thi-
Vo badal gya vo uska bad luck tha
Vrna vo rishta kisi jannat se km na tha 😊-
क़िस्मत ने जैसा चाहा
वैसे ढल गए हम
बहुत सम्भाल कर चलें
फिर भी फिसल गए हम
किसी ने बिश्वास तोड़ा
तो किसी ने दिल
और लोग कहते है कि
बदल गए हम।।।-
करने क़ुर्बान ख़ुद को हम ज़ंग में जाते हैं
बदकिस्मती तो देखो कि नसीब फ़तह होती है ।-