कौन कहता है कि बचपन वापस नहीं आता
दो घडी़ अपने
❤️माता-पिता❤️
के पास तो बैठ कर देखो
बच्चा ना महसूस करों
तो फिर कहना
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सुना भी कुछ नहीं ..
कहा भी कुछ नहीं ..
पर ऐसे बिखरे हैं जिंदगी की कश्मकश में ..
कि टुटा भी कुछ नहीं ..
और बचा भी कुछ नहीं ..-
अलाहदा ना करो बच्चों सा पेश आने का वास्ता देके
बालिग़ होके दगा करने का हुनर नही सीखना 'मौन' को-
निकला हूँ भाव की घड़ी बेचने!
इतना तो समय है मेरे पास कि उसे,
ज़ाया होने से बचा सकूँ!!-
कहूं भी तो क्या मै, कहने को अब बचा क्या है
दो पल की खुशियां फिर तो हर किसी से धोखा ही मिला है,
अपने बनकर पीठ पीछे से वार किया करते हैं अपने ही,
गेरो से शिकवा क्यों करे अब अपनो ने ही कहां का
छोडा है,
दिल में रहने वाले कब घर से और फिर घर से भी बाहर हो जाते हैं कुछ कह नहीं सकते,
कलयुग है साहब यहां रिश्ते भी मतलब के तराजू में
तोले जाते हैं,
जहां मोल नहीं किसी की भावनाओं का,
वहीं पर एक समझौते ने सबके लिए अपनी इच्छाओं
को दबाया है....
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आज कल प्यार तो वही सच्चा होता है,
जहाँ शादी के बाद नौ महीने में ही बच्चा होता है 🤣-
"Hme Ishq sikha kar,muh to na mod loge"
"Karo ek wada hmse,kbhi chhor saath na chhoroge"
"Hme apna bna kar,kisi or ke to na hoge"
"Dil kah rha ye meri,dhdkan me utar jaao"
"Kbhi na tutne wala,Ishq ruhani ban jaao"
"Taumar saath nibhane wala,Humsafar ban jaao"
"Suno mera bacha(Babu) aap mere ho jaao"-