Aaj mahotsav hai Awadh me mere Prabhu Shri Ram ka🚩🚩🚩...
Sundarta hai chalo dekhte Ayodhya nagri dham ka🚩🚩🚩..
Jai Shree Raghunandan...-
लिहाज रखा है उसने शहर-ए-अदब का, दिल भी तोड़ा है तो आप कहकर,
उसे कबूल था दूसरा इश्क़,फिर भी उसने माफ़ी माँगी है अपने दूसरे इश्क़ को पाप कहकर!-
जो हँसती थी सड़के,सुनसान हो गईं,
गूंजती थी जो गली,वीरान हो गई,
कुछ युँ ही,शाम-ए-अवध,अंजान हो गई,
सारे ज़ायके अब लगते पुराने हैं,
बेहाल हैं मेरा लखनऊ,
जबसे कोरोना के ज़माने है...
हँसमुख लखनऊ के मिजाज़ अब कुछ तीखे हैं,
क्या हज़रतगंज,क्या अमीनाबाद, अब सब लगते फीके हैं,
खुशमिजाज़ शहर ने उदासी में रहने के हुनर भी सीखे हैं
अब तो यादों में ही सजते सारे शामीयाने हैं,
बेहाल है मेरा लखनऊ,
जबसे कोरोना के ज़माने हैं....
रिश्ते अब दो गज़ का फासला मांगते हैं,
मास्क के पीछे से ही अब चेहरे झांकते हैं,
पहले अकेलेपन से डरते थे अब लोगो से भागते हैं,
किसी के टूटे रिश्ते,किसी के बिछड़े याराने हैं,
बेहाल है मेरा लखनऊ,
जबसे कोरोना के ज़माने हैं....
मुस्कुराता अब लखनऊ कुछ कम ही है,
अब दिल में ख़ुशी नहीं बस ग़म ही है,
उम्मीद है मन में पर आँखे नम ही हैं,
हर मोहल्ले,हर गली,अब मौत के अफसाने हैं
बेहाल है मेरा लखनऊ,
जबसे कोरोना के ज़माने हैं....
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‘‘जेहि दिन राम जनम श्रुति गावहिं।
तीरथ सकल जहां चलि आवहिं।।’’
रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं-
सावन मे तू तो आजा,
लागे लू जैसे एकदम फुलवा ताजा।
ए जान जिन्दगी,नेहियां के भुलाके,
तू दिलवा मे समा जा ।-
धड़कनो मे नया पैगाम आया है,
जब से झुकी पलको पे तेरा नाम आया है।
बहाना भूल बैठे है हम तबसे,
पता चला है जब से,
शाम ए अवध मे मेरा चांद आया है।-
E mausam aur e duri
Seher mein sohar ja k
Karen blbhay mjduri
Aur kabo kabo Karen
sahab log k jee hajuri
Chhuti ki arzi p bole
Sahab kai daiya alvida
Km s km yeh sawan mein
Peechle 2 bars se baithi hai
Hmare intezar mein hamaar sindhuri
Ee baar woka ek lala godi mein dei k
Karab apni ek jimedari poori
Ma bau bhi khush hoinhey
Sabke zindagi na hui
Hmare bina andhuri
Umeed hai ye bars mil jaye unka mnjuri.-
मर्यादा करुणा दया है जिनमें वो सदाचार आदर्श धर्म के स्वामी है
सत्य मार्ग का राह दिखाएं वो मर्यादा पुरुषोत्तम अंतर्यामी है
सहनशीलता धैर्य और विवेकी मित्रता के वो प्रतिमान है
कण कण में जो बसते हैं वही आराध्य मेरे श्री राम है
हाथ जोड़ कर मैं सदा प्रभु श्री राम का ध्यान धरूं
जीवन में जो कर दे मंगल मैं नित्य हरी नाम का जाप करूं
अखिल ब्रह्माण्ड के नायक राम कौशल्या नंदन जय सिया राम
कृपा भक्तों पर करे सिया राम मर्यादा पुरुषोत्तम जय सिया राम
मन में बसे मेरे राम हैं उनके चरणों में मेरा धाम है
संसार का जो करें कल्याण जीवन समर्पित उनके नाम है
सुबह शाम बस एक ही नाम जय सिया राम, जय सिया राम
मेरी भक्ति का एक ही मुकाम अंतिम श्वास तक जय सिया राम
न झुका सके कोई दुश्मन मुझको मैं श्री राम का अखंड भाग हूं
शौर्य पराक्रम रग रग में मेरे मैं तो प्रभु श्री राम का दास हूं
प्रभु भक्ति की बहार में मोक्ष मुझे अब मिल जायेगा
राम नाम जपते जपते उद्धार इस जीवन का हो जायेगा-
चंदा अपनी रात से कह, मोए भोर अवध की भावे ना,
कैसे दुख तुझको समझाऊं, जो पिया मिलन को आवे ना।
सब कारी कारी लाग रही, बस घाट बनारस भावे है,
जो सुख सारे उस सांझ मिले, सो ताप पिया का भावे है।-
राम में भक्ती गीत गुनगुनाऊं
जीवन में राम भजन गाऊं
कर्म कर सलाह सुख उपजे
धर्म गती ऐ सदा सुख उपजे
शांति किए स्मरवा राम
सदा जीवन रस पाई
राम आधीन सब जग दिपे
संसार सागर जल चइचए
लोकजन गाथा गलती
राम रतन धन छाई
मनरव राम कृपा जो जन पावे
भव सागर तो जन तरही जआवए
राम भजन में सुख शांति
सम्मान परम गत पाई-