दोस्ती भी संभल कर करना
क्योंकि मैंने अपने सबसे अच्छे
दोस्त को चंद मिनटों में अपने
विश्वास को तोड़ते देखा है
जिस पर था भरोसा आँख बंद करके
उसी को आँखों में आँसू का कारण
बनते देखा है
सबसे बुरा था लम्हा वो-
।। औकात ।।
उन कुछ फर्जी आशिक़ शायरों से कहना,
जिन इश्क़, हुस्न और गुरूर की,गलियों में तुम अबकी घूम रहे;
शोहरत के बारिश में झूमकर कबकी, हुस्न के इन वादियों से मुंह अपना हम मोड़ चुके।
मेरे चरित्र पर लांछन लगा सके,
तेरे तर्को में वो घात नहीं;
वन में वनराज को डरा माफ़ी मंगवा सके,
गीदड़ के झूडों में इतनी औकात नहीं।
ख्याति सिर्फ़ उन्हें ही मिलती है,
जिनके कला में झंकार होती हैं;
वीर कब विचलित हुए ?
किन्तु कायरो में ही सदा हाहाकार होती हैं।
🖋️🖋️🖋️ Kumar Anurag
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Eeh zindgi vich nai rhena te
Mere gal btt vich na rh..
Dine tenu kisi ne nahi puchna
Chan nu kh raat vich rh..
Me insaniyat nu mnda
Tu hle jaat pat vich rh..
Ki kabil dari menu saa
nhi Len dendi
Ishq nu kh aukaat vich rh..!!-
लोग बात बात पर मुझे अपनी औकात याद दिलाते हैं,
आज मुझे अपनी औकात पर हसी आई।-
कुछ चाहतें मेरी ज़िंदा है,
अलगाव कर देती है...
जो "औकात-ए-इश्क़" न
हो उसे सोचा भी मत कर |-
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Aaj kal wo log bhi aukat ki baat karte hai...
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"Jo khud apne baap ke hesiyat par palte hai"
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ख्वाहिश खड़ी रहती हैं
पूरी होने के लिए तैयार
मगर समाज उन्हें
औकात दिखा ही देता है उनकी😔-
🙏🙏जय महाकाल 🙏🙏
ना पूछो मुझसे मेरी औक़ात
मैं तो सीधा साधा🙂 हूँ
और जो विराजते हैं श्मशान ⚰
पीके भांग उनका दीवाना😍 हूं
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कीसीसे प्यार करना,
प्यारी बात हैं,
पर तुम हमारे बारे में सोचो,
इतनी तुम्हारी औकात नहीं हैं...!!!-
बहुत कह लिया तुमने, अब तुम्हे एक बात बतानी है,
आइने बहुत देख लिए होंगे तुमने,अब जरा तुम्हें तुम्हारी औकात दिखानी है।-