दिल के शहर में हर एक मौसम बदले हैं जनाब,
चाहे वो इश्क़ की बारिश हो या अफसोस की पतझड़ ।-
8 APR 2020 AT 0:07
9 NOV 2020 AT 19:13
सुनो न...
जर्जर नफ़्ज लौटायी है तुमने
ऐतबार पर अब ऐतबार दुबारा क्या करेंगे..
ये अश्क़ भी बाहर आने से कतराते हैं
कि उस बेवफ़ा की याद में क्यों रोएंगे..
क्या जताएं गिला शिकवा हम तुमसे
अश्क़ पिकर बस यूँही ताउम्र मुस्कुराएंगे..
ये इश्क़ तो अब हमारे वश की नहीं
हसरतें मिटाकर सारी...
शिद्दत से ये उल्फ़त निभाएंगे..
❤️❤️❤️-
9 APR 2020 AT 19:01
तेरा नाम नहीं ले सकता यही अवरोध है
मुझे तुमसे प्यार हुआ यही अफ़सोस है..-
18 MAY 2019 AT 21:15
Kuch bhool hum khud kar bethe....
Apne haathon ki lakeeron ko hum khud mitaa bethe!
Bahut afsos hota hai un... Waqt ke liye jinko hum yuunhin gawaa bethe...-
31 JAN 2021 AT 15:58
Hijr ki bechargii afsoos, Nadamat, Gussa..
Aaj ghum ke sabhi iqsaam pr rona aaya...-
28 NOV 2019 AT 12:28
अभी अच्छा लगता है ना...
जलाकर दिल मेरा...
अफसोस करोगे एक दिन...
क्योंकि ये था आशियांँ तेरा...-